मणिपुर में दो जातीय समुदाय के बीच पिछले दो महीनों से लगातार हो रही हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। रोजाना कुछ ऐसी घटना सामने आती है जिससे पूरे देश के होश उड़ जाते है। अभी भी मणिपुर के हालातों में तनाव की स्थिति बनी हुई है। इस हिंसा में अब तक 100 से ज्यादा लोगोंं की मौत होने की खबर है और 250 से ज्यादा लोग घायल हुए है।
हिंसा प्रर्दशन को लेकर देश भर में आक्रोश पैदा हो गया है। वहीं मणिपुर के हालात ओर बिगड़ते चले गए जब दो महिलाओं को निर्वस्त्र करके सड़क पर घुमाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इस शर्मशार कर देने वाली घटना ने सबको चौंका कर रख दिया है। वहीं इस घटना के बाद सरकार पर सवाल उठ रहें है। गौरतलब है कि केंद्र और राज्य में बीजेपी की सरकार है। ऐेसे में सरकार द्वारा हिंसा को रोकने के लिए क्या -क्या प्रयास किए गए हैं आपको बताते हैं इस खबर में…
केंद्र सरकार ने हिंसा को रोकने के लिए क्या किया ?
मणिपुर हिंसा को लेकर बीजेपी सरकार ने कड़े एक्शन लेकर वहां की जनता को सारी सुविधांए देने का प्रयास किया है। जैैसे – हिंसा को रोकने के लिए भारतीय सेना और 40 आईपीएस अफसरों को भी भेजा गया। साथ ही हिंसा में घायल हुए लोगों के लिेए 20 मेडिकल टीमें भेजी गई। हिंसाग्रस्त इलाकों से लोगो को बाहर निकालने के लिए वायु सेना भेजी गई। कोई गलत जानकारी ना फैले इसके लिेए इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गई।
वहीं केंद्र सराकर ने उपद्रवियों को मारने के भी आदेश दिए है। अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस मामले को लकर कड़ी कारवाई करने के आदेश दिए है। गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर का दौरा किया और वहां के लोगो से हथियार रखने की अपील भी की थी। हालांकि उनके इतने प्रयास से भी हिंसा ने अपना रुख नहीं बदला जिसके लिए विपक्ष बार-बार बीजेपी पर पलटवार कर रहा है।
प्रधानमंत्री ने भी तोड़ी चुप्पी
मणिपुर में हो रही हिंसा को लेकर बीते दिन यानी गुरुवार को पीएम ने चु्प्पी तोड़ते हुए कहा कि ऐसे अपराधियों को कतई बख्शा नहीं जा सकता है और विपक्ष ने भी इस घटना को लेकर इस साल के पहले मानसून सत्र के दौरान केंद्र सरकार से जवाब मांगा है। तो वहीं सभी पार्टियों के कार्यक्रताओं ने भी मणिपुर में चल रहे हिंसा को रोकने के लिए बीजेपी पर लगातार निशाने साधे है । वहीं केंद्र सरकार भी मणिपुर में चल रहे हिंसा प्रर्दशन को रोकने के लिए सारे संसाधन भेज कर लोगो की जान बचाने की पूरी कोशिश कर रही है।