इम्फाल: मणिपुर में हो रही हिंसा की जांच न्यायिक आयोग करेगा। हाई कोर्ट के रिटायर्ड चीफ जस्टिस आयोग की अगुवाई करेंगे। इसके अलावा हिंसा से जु़ड़े 6 मामलों पर सीबीआई जांच करेगी। वहीं हिंसा में जान गंवाने वाले लोगों के पीड़ित परिवार को सरकार 10-10 लाख रुपए की आर्थिक प्रदान करेगी। गौरतलब है कि चार दिन के अमित शाह मणिपुर दौरे पर पहुंचे थे। इस बात की घोषणा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को की।
गलतफहमी की वजह से हुई हिंसा
मणिपुर दौरे के आखिरी दिन इंफाल में प्रेस कॉन्फेंस करते हुए अमित शाह ने कहा कि ये हिंसा गलतफहमी की वजह से हुई है। मणिपुर विकास की राह पर काम कर रहा है। 6 सालों में मणिपुर के विकास के लिए बेहतर काम भी हुए है़। जब से मणिपुर में बीजेपी की सरकार आई है राज्य हिंसा मुक्त की ओर बढ़ रहा है। हिंसा में जान गंवाने वाली खबर दुखद है। पिछले तीन दिनों में मैं अलग-अलग इलाकों में जाकर नागरिकों से मिलता हूं।
24 घंटे के भीतर 15 पेट्रोल खुले रहेंगे
इसके आगे वो कहते हैं कि मणिपुर में डबल इंजन की सरकार विकास के सभी पैमानों पर कारगार साबित हुई है। 29 अप्रैल को मणिपुर हाईकोर्ट के एक जल्दबाजी भरे फैसले के कारण यहां पर जातीय हिंसा की शुरूआत हुई। मेरी लोगों से अपील है कि जिनके पास हथियार हैं वो सरेंडर कर दें।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि आने वाले दो-तीन दिनों के भीतर रेल सेवा भी बहाल कर दी जाएगी। पूरे राज्य में 24 घंटे के अंदर 15 पेट्रोल पंप खुले रहेंगे। इसके अलावा राशन वितरण के लिए सरकार की तरफ से कैंप लगाया जाएंगे। वहीं राशन कार्ड के जरिए लोगों को अनाज उपलब्ध कराया जाएगा।