मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र घुमाने जाने का मामला चर्चा में है। इस घटना को लेकर एआईएमआईएम प्रमुख असदुदुीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। अमित शाह के बयान पर उन्होंने कहा कि वह कह रहे हैं कि वीडियो के जरिए मोदी सरकार को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। ओवैसी ने ये भी कहा कि राज्य में मई से हिंसा हो रही है और ये घटना महीनों पुरानी है, लेकिन इसे लेकर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। ट्विटर पर ट्वीट कर ओवैसी ने सरकार पर आरोप लगाया है कि उनको सिर्फ अपनी इमेज की फिक्र है, लेकिन कूकी महिलाओं के मान प्रतिष्ठा की कोई चिंता नहीं है।
ओवैसी ने क्या किया ट्वीट?
एआईएमआईएम प्रमुख असदुदुीन ओवैसी ने ट्वीट कर लिखा- अमितशाह ने कहा है कि मणिपुर का वीडियो मोदी सरकार को शर्मिंदा करने की एक साजिश थी और संसद सत्र की पूर्व संध्या पर “लीक” किया गया था। मणिपुर में मई से जारी है हिंसा, महीनों पुराना है वीडियो लेकिन इसके वायरल होने के बाद ही कार्रवाई की गई. मोदी सरकार को हमेशा कुकी महिलाओं की गरिमा की नहीं बल्कि अपनी छवि की ज्यादा चिंता रहती है। कितनी शर्म की बात है
मणिपुर हिंसा का क्या है मामला?
आपको बता दे मणिपुर में भी दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने का वीडियो वायरल हुआ था, जिसके बाद मणिपुर हिंसा का मामला फिर से चर्चा में आ गया। जहां मणिपुर के कांगकोपी जिले का है। इसी बीच ये वीडियो 4 मई का बताया जा रहा है। वीडियो में दिखाई दे रहा है कि एक समुदाय के लोगों द्वारा दो महिलाओं को निर्वस्त्र किया और सड़क पर घुमाया गया। इस दौरान महिलाओं का यौन शोषण किया गया और रेप की बात का भी जिक्र भी किया गया है। पुलिस ने बयान जारी कर साफ कर दिया है कि यह वीडियो काफी पुराना है। मामले को लेकर पहले ही एफआईआर दर्ज कराई जा चुकी है। वहीं पुलिस कई आरोपियों को अभी तक गिरफ्तार कर चुकी हूं।
Mumbai Conversion: जबरदस्ती बदला लड़की का नाम और धर्म, जबरन प्रेम जाल में फंसाकर महिला से बनाए संबंध