गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले ब्रिज हादसा आपको याद ही होगा, जिसके कारण मोरबी लगातार सुर्खियों में बना रहा था। बता दें कि यहां से भारतीय जनता पार्टी ने कांतिलाल शिवलाल अमृतिया को टिकट दिया गया था। मोरबी पुल हादसे के दौरान लोगों के लिए मसीहा बनने के कारण कांतिलाल पूरे देश में काफी चर्चा में आ गए थे। फिलहाल कांतिलाल कांग्रेस के जयंती पटेल से करीब 6000 वोटों से लगातार आगे चल रहे हैं।
जयंती पटेल को अब तक इतनी वोट मिले
वहीं मोरबी विधानसभा सीट कच्छ जिलें में आती है। इस सीट पर आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार पंकज रनसरिया को अब तक 4300 वोट मिले हैं। तो वहीं कांतिलाल शिवलाल अमृतिया को 21775 वोट मिले हैं और कांग्रेस के जयंती पटेल को अब तक 15498 वोट मिले है।
मुकाबला त्रिकोणीय… या एक तरफा
बता दें कि साल 2017 में यह सीट कांग्रेस के खाते में थी। कांग्रेस के नेता ब्रिजेश मेरजा ने इस सीट पर जीत अपना परचम लहराया था। अगर बीजेपी की बात करें तो इस सीट पर 1980 से 2020 तक हुए 10 चुनाव और उपचुनाव में से 7 पर सत्ता में रही है। जबकि कांग्रेस मात्रा एक बार 2017 में ही अपना दमखम दिखाने में कामयाब रही है। वहीं आम आदमी पार्टी भी विधानसभा के चुनावी मैदान में है। हालांकि मुकाबला त्रिकोणीय होने की संभावना थी। लेकिन जनता के चुनावी आंकड़ों को देखकर लग रहा है कि मोरबी में ये मुकाबला एक तरफा होने जा रहा है।