कानपुर: कुशीनगर के बाद कानपुर में भी मुस्लिम शख्स को बीजेपी का समर्थन करना भारी पड़ा है। कानपुर के जूही लाल कॉलोनी में रहने वाले शकील अहमद की माने तो उनके पड़ोसियों ने उन्हें इसलिए पीट दिया क्योंकि उन्होंने अपने घर में बीजेपी का झंडा लगाकर पार्टी को समर्थन दिया था। शकील की माने तो उसको पड़ोसियों ने पीटने के बाद दोनों आंखें निकालने और गर्दन काटने की धमकी तक दे डाली।
शकील का कहना है कि वो बीजेपी की नीतियों को पसंद करता है और इसीलिए साल 2013 से वो बीजेपी का समर्थक है। लेकिन इस पढ़े-लिखे मुस्लिम युवक को बीजेपी का झंडा लगाने पर पड़ोसियों ने आंख फोड़कर गर्दन काटने की धमकी ही नहीं दी बल्कि कई बार उसके साथ सरेआम मारपीट भी कर डाली। हालांकि जब मारपीट हो रही थी तो मोहल्ले के कुछ लोगों ने बीच बचाव करने की कोशिश भी की थी।
लेकिन मारपीट के बाद रोज-रोज मिल रही धमकियों से परेशान हो कर और आखिर में अपनी जान का संकट जानकार शकील ने थाने में इसकी शिकायत कर दी है। वहीं इस मामले में कानपुर के एसपी बाबूपुरवा आलोक सिंह ने बताया कि शकील ने थाने में इस मामले की शिकायत की है। जिसके बाद आरोपियों पर एफआईआर दर्ज की गई है।
दरअसल मामला कानपुर के किदवई नगर की जूही लाल कॉलोनी में रहने वाले शकील अहमद का है। बकौल शकील वो पहले दिल्ली की एक मल्टी नेशनल कंपनी में काम करता था। लेकिन इसके बाद शकील कानपुर में जूही लाल कॉलोनी इलाके में अपने घर आकर रहने लगा। यहां शकील ने ज्वैलरी का बिजनेस शुरू किया है।
शकील की माने तो वो बीजेपी का समर्थक है और पीएम मोदी को पसंद करने वाला है। यही नहीं इस बार विधानसभा चुनाव में बीजेपी का समर्थन करते हुए उसने अपने घर पर बीजेपी का झंडा लगाया। वहीं आस पास सभी लोग कांग्रेस पार्टी को सपोर्ट कर रहे थे। जब चुनाव की एक मीटिंग में विधायक जी ने शकील के गले में फूल माला डाल दी तो उसके पड़ोसी इस बात से नाराज हो गए।
इसके बाद नाराज पड़ोसियों ने उसके घर से बीजेपी का झंडा नोचकर नीचे फेंक दिया, लेकिन शकील ने फिर से बीजेपी का झंडा अपने घर की छत पर लगा दिया। तब पड़ोसी शाहनवाज ने उसे धमकी दी कि मोहल्ले के मुस्लिमों के साथ मिलकर चलो नहीं तो तुम्हारी आंखे फोड़कर गर्दन काट देंगे। शकील की माने तो उसकी जान को खतरा है इसलिए किदवई नगर थाने में एफआईआर लिखवा दी है। पुलिस ने शकील की शिकायत पर शाहनवाज, राशिद, रिजवान और भल्लू पर रिपोर्ट दर्ज कर ली है।