ओडिशा में हुए ट्रेन हादसे की वजह से कई लोगों की जाने चली गई.. कई लोगों के घर उजड़ गए। कुछ ही पल में सब कुछ खत्म सा हो गया…. जब शनिवार को ट्रेक पर तीन ट्रेनों की आपस में टक्कर हो गई। शुक्रवार को हुए दर्दनाक हादसे मे अब तक 288 लोगों की जान जा चुकी है।वहीं सैकड़ों लोग हादसे में घायल हुए हैं। इसी कड़ी में विपक्ष भी बीजेपी सरकार पर वार कर रहा है। इसी कड़ी में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने केंद्र पर हमला बोला है। उन्होंने केंद्र सरकार से 7 सवाल पूछे हैं।
क्या बोले खरगे ?
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ट्वीट करते हुए लिखा कि मोदी जी, आप आये दिन सफ़ेद की गई ट्रेनों को हरी झंडी दिखाने में व्यस्त रहते हैं पर रेल सुरक्षा पर कोई ध्यान नहीं देते। ऊपर से नीचे तक के पदों की जवाबदेही तय करनी होगी जिससे कि भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को होने से रोका जा सके। तभी इस हादसे के पीड़ितों को न्याय मिलेगा।
आज़ाद भारत के शायद सबसे दर्दनाक रेल हादसे पर मोदी सरकार से सवाल-
विज्ञापनी PR हथकंडो ने मोदी सरकार के काम करने की प्रणाली को ख़ोखला बना दिया है।
1. रेलवे में 3 लाख़ पद खाली हैं, बड़े अधिकारियों के पद भी खाली हैं, जो PMO भर्ती करता है, उनको 9 सालों में क्यों नहीं भरा गया ?
— Mallikarjun Kharge (@kharge) June 4, 2023
पूछे गए सात सवाल
आज़ाद भारत के शायद सबसे दर्दनाक रेल हादसे पर मोदी सरकार से सवाल- विज्ञापनी PR हथकंडो ने मोदी सरकार के काम करने की प्रणाली को ख़ोखला बना दिया है।
1. रेलवे में 3 लाख़ पद खाली हैं, बड़े अधिकारियों के पद भी खाली हैं, जो PMO भर्ती करता है, उनको 9 सालों में क्यों नहीं भरा गया ?
2. रेलवे बोर्ड ने हाल ही में खुद माना है कि मानव संसाधन की भारी कमी के कारण लोको पायलटों के लंबे समय तक काम करने के घंटे, दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या का मुख्य कारण हैं। फिर पद क्यों नहीं भरे गये ?
3. South Western Railway Zone के Principal Chief Operating Manager ने 8 फरवरी 2023 को मैसूर में एक त्रासदी जिसमें दो ट्रेनें भिड़ने से बच गई थी, उसका हवाला देते हुए सिग्नलिंग व्यवस्था को दुरुस्त करने का आग्रह किया था और चेतावनी दी थी। उस पर रेल मंत्रालय ने अमल क्यों नहीं किया ?
4. संसदीय स्थायी समिति ने अपनी 323वीं रिपोर्ट में रेलवे सुरक्षा आयोग (CRS) की सिफारिशों के प्रति रेलवे बोर्ड द्वारा दिखाई गई “उपेक्षा” के लिए रेलवे की आलोचना की थी। कहा था कि CRS केवल 8%-10% हादसों की जांच करता है, CRS को मज़बूती क्यों नहीं प्रदान की गई?
5. CAG की ताज़ा ऑडिट रिपोर्ट के अनुसार, 2017-18 और 2020-21 के बीच 10 में से लगभग 7 रेल दुर्घटनाएँ Train Derailment की वजह से हुई। 2017-21 में East Coast रेलवे में सुरक्षा के लिए रेल और वेल्ड (Track Maintenance) का शून्य परीक्षण हुआ। उसको दरकिनार क्यों कर दिया गया ?
6 CAG के अनुसार राष्ट्रीय रेल संरक्षा कोष (RRSK) में 79% फंडिंग काम क्यों की गई, जबकि हर साल ₹20,000 Cr उपलब्ध करवाने थे।
7. भारत के Research Designs and Standards Organisation (RDSO) द्वारा 2011 में विकसित ट्रेन टक्कर बचाव प्रणाली का नाम मोदी सरकार ने बदलकर “कवच” कर दिया और मार्च 2022 में रेलवे मंत्री जी ने खुद इसका प्रदर्शन भी किया। फिर भी अब तक केवल 4% रूटों पर कवच क्यों ?