पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को रिहा कर दिया गया है। रिहा होने के बाद इमरान खान ने पाकिस्तान की सेना पर कई आरोप लगाये। इसके साथ ही गुरुवार को उनकी गिरफ्तारी को गैरकानूनी बताते हुए सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें रिहा कर दिया है। जिसके बाद उन्होंने सेना पर जमकर निशाना साधा। इसके साथ ही उन्होंने पाकिस्तानी सेना को खुद की राजनीतिक पार्टी बनाने की सलाह भी दी।
सेना को दी सलाह
सेना को सलाह देते हुए उन्होंने कहा कि अगर उसे देश की राजनीति में दख्लअंदाजी करने का इतना ही शौक है तो उन्हें खुद की राजनीतिक पार्टी बना लेनी चाहिए। देश को अराजकता में गिरने से बचाने के लिए उन्हें कुछ बड़ा सोचना चाहिए। इसी के साथ उन्होंने अपने संबोधन में सैन्य नेतृत्व से सेना की ओर से उनकी पार्टी को कुचलने के लिए की जा रही कोशिशों के मामले में जांच करने की मांग की है। इमरान खान ने कहा कि सेना के इस तरह के कदमों ने पहले ही देश को तबाही की कगार पर लाकर छोड़ दिया है।
गौरतलब है कि इमरान खान को लेकर इस्लमाबाद हाईकोर्ट के बाहर से अरेस्ट कर लिया गया था। इसके बाद से ही इमरान के समर्थकों ने तोड़फोड़ करनी शुरू कर दी। हालांकि अब इमरान खान की रिहाई के बाद हालातों में सुधार है।
इमरान खान का राजनीतिक सफर?
पाकिस्तान को साल 1992 में इमरान खान ने वर्ल्ड कप जिताया था, जिसके बाद वो नेशनल हीरो बन गए थे। क्रिकेट के बाद उन्होंने अपना करियर राजनीति में बनाने का सोचा। साल 1997 में उन्होंने पाकिस्तान तारीक-ए-इन्फास पार्टी बनाई। आपको बता दें, 1996 के आम चुनावों में पाकिस्तान की दो-दो संसंदीय क्षेत्र मियांवली और लाहौर से इमरान खान ने चुनाव लड़ा। दोनों ही सीटों से उन्हें हार नसीब हुई।
इसके बाद 2018 में उनकी पार्टी पीटीआई को जनता का खूब समर्थन मिला और वह पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बन गए। हालांकि उनके नेतृत्व में बनी पहली सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाई और साल 2022 में उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।