दुर्ग। थाना अमलेश्वर पहुंचकर अपर कलेक्टर उसके भाई भांजे ने बुधवार देर रात जमकर हंगामा किया। पुलिस का गुनाह इतना था कि बिना अपर कलेक्टर के देर रात सड़क पर दौड़ाई जा रही गाड़ी को रूटीन जांच के दौरान रोका गया, पूछताछ की गई। पुलिस के द्वारा किए गए इस हस्तक्षेप पर अंबिकापुर अपर कलेक्टर तमतमा गई अपने भाई एवं भांजे के साथ अमलेश्वर थाने पहुंची और थाने में मौजूद पुलिस अधिकारी एवं स्टॉफ पर शराब सेवन का आरोप लगाते हुए गंदी गंदी गालियां दी गई।
जानकारी के मुताबिक 3 अगस्त की रात रायपुर से आने वाली गाड़ियों की चेकिंग करने पॉइंट पर थाना अमलेश्वर के सामने निरीक्षक राजेंद्र यादव, उपनिरीक्षक विजय मिश्रा, उप निरीक्षक सीदार व अन्य दो स्टाफ चेकिंग ड्यूटी पर थे। महादेव घाट की ओर एक सफेद रंग की कार जा रही थी। जिसे रोका गया और पूछताछ की गई। कार में बैठे लोगों के द्वारा पहले घूमने जा रहे हैं कहां गया, बाद में केक लाने जा रहे हैं कहा गयाl गाड़ी में सामने अपर कलेक्टर लिखा था। जिसे कौन अधिकारी बैठे हैं पूछे जाने पर अधिकारी नहीं बैठे हैं बताया गया। तब निरीक्षक राजेंद्र यादव द्वारा सलाह दी गई कि जब अधिकारी नहीं रहते तब इसे लाल पट्टी से ढक दिया करो, गाड़ी का दुरुपयोग मत करो, रात में मत घूमो, गाड़ी को वापस कराया गया। इस बात पर अपर कलेक्टर अंबिकापुर तनुजा सलाम अपके भाई-भांजे के साथ थाने आकर रात में गश्त करने वाली टीम पर आरोप लगाया कि कल रात सभी स्टाफ शराब के नशे में थे और बदतमीजी से बात कर गाली गलौज कर रहे थेl तनुजा सलाम मैडम के द्वारा नायब तहसीलदार पाटन डीकेश्वर साहू, नायब तहसीलदार आलोक वर्मा को उपस्थित स्टाफ का एमएलसी कराने डॉक्टर को बुलवाया गया। जिसमें अन्य स्टाफ में अल्कोहल नेगेटिव पाया गया।
इस मामले में पुलिस अधीक्षक डॉ. अभिषेक पल्लव ने बताया कि बिना नंबर प्लेट के अपर कलेक्टर लिखे हुए वाहन को पुलिस के द्वारा कानून व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए रोका गया था। परंतु वाहन में बैठे स्वयं को अपर कलेक्टर बता रही महिला तनुजा सलाम एवं उसके साथ अन्य व्यक्तियों के द्वारा पुलिस जांच में बिना सहयोग किए उल्टे ड्यूटी पर तैनात अधिकारी एवं कर्मचारियों पर शराब सेवन का आरोप लगाया गया और उनके इस आरोप के कारण तत्काल सभी पुलिस अधिकारी एवं कर्मचारियों का अल्कोहल टेस्ट भी कराया गया। जो कि नेगेटिव था, पुलिस के द्वारा 2 से 3 घंटे तक संयम रखते हुए स्वयं को अपर कलेक्टर बताने वाले महिला के आरोपों को सहन किया गया बल्कि पुलिस के द्वारा आईडी मांगे जाने पर वह भी उपलब्ध नहीं करा सकी, इस पूरे मामले में अमलेश्वर पुलिस के द्वारा कार्रवाई की जा रही है।