राजस्थान के खाटूग्राम में बाबा श्याम दरबार में सोमवार को भगदड़ में तीन श्रद्धालुओं की मौत हो गई। लेकिन अब इस त्रासदी की जवाबदेही को लेकर राजनीतिक रंगत आ गई है। दरअसल दांतारामगढ विधायक वीरेन्द्र सिंह के नेतृत्व में सोमवार देर रात तक श्रीश्याम मंदिर कमेटी कार्यालय के समक्ष धरना दिया गया। धरने के बाद पलसाना कांग्रेस कमेटी के ब्लॉक अध्यक्ष रामदेव सिंह खोखर ने श्रीश्याम मंदिर कमेटी के पदाधिकारियों के विरूद्ध खाटूश्याम पुलिस थाने में गैर ईरादतन हत्या के आरोप का मामला दर्ज कराया गया है। वहीं संभागीय आयुक्त की जांच से पूर्व ही कांग्रेस की ओर से दर्ज प्रकरण में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के बावजूद रविवार रात पांच घण्टे तक बाबा श्याम के पट बंद करने को भगदड़ मचने का कारण बताया गया है।
हनुमान बेनीवाल ने जांच की मांग
राष्ट्रीय लोकतात्रिक पार्टी के अध्यक्ष व सांसद हनुमान बेनीवाल की ओर से मामले की जांच न्यायिक स्तर पर कराने की मांग की गई है। जिले की प्रभारी मंत्री एवं देवस्थान मंत्री श्रीमती शंकुन्तला रावत ने जिले के धार्मिक माहौल के चलते हादसे की वस्तुस्थिति भांपने की बजाय 9 अगस्त से जिले के पूर्व निर्धारित अपने प्रवास के कार्यक्रम को स्थगित कर दिया है।
खाटू ग्राम की दुखद घटना को लेकर जिला प्रशासन एवं श्रीश्याम मंदिर कमेटी एक दूसरे पर जिम्मेदारी डालने के प्रयास में जुट गए है। श्रीश्याम बाबा के मेले के दौरान नगर पालिका खाटू व जिला प्रशासन की ओर से व्यवस्था व व्यावसायिक गतिविधियों के लिए किए जाने वाले आवंटन पर भारी राशि वसूली की जाती है। दूसरी और श्रीश्याम मंदिर कमेटी की ओर से भी बाबा श्याम के वीआईपी दर्शन के लिए बड़ी मात्रा में श्रद्धालु से राशि वसूली जाती है। प्रत्येक माह की शुक्ल पक्ष की एकादशी पर भरने वाले मेले की व्यवस्था को लेकर जिला प्रशासन व श्रीश्याम मंदिर कमेटी की सामूहिक जिम्मेदारी में कोताही ने ही तीन श्यामभक्तों की जान ली है।