Shiv Sena Crisis: मुंबई के अंधेरी ईस्ट में होने वाले उपचुनाव के लिए उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने अपनी पार्टी के नाम और चुनाव चिह्न की सूची चुनाव आयोग को सौंप दी है. मातोश्री में हुई उद्धव गुट के नेताओं की बैठक में चुनाव आयोग (Election Commission) के निर्देश के बाद ही पार्टी के नए नाम और चुनाव चिह्न पर चर्चा हुई.
शिवसेना (उद्धव गुट) के सांसद अरविंद सावंत (Arvind Sawant) का कहना है कि, हमारी पार्टी का नाम शिवसेना है. अगर चुनाव आयोग शिवसेना (बालासाहेब ठाकरे)’, ‘शिवसेना (प्रबोधनकर ठाकरे)’ या ‘शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे)’ सहित शिवसेना से संबंधित कोई भी नाम देता है, तो वह हमें मंजूर होगा.
उन्होंने आगे बताया कि चुनाव आयोग (Election Commission) ने हमारे चुनाव चिन्ह को सील कर दिया है. उन्होंने हमसे उन चिन्हों के सुझाव मांगे थे जिन पर उद्धव ठाकरे ने चुनाव आयोग को ‘त्रिशूल’, ‘मशाल’ और ‘उगते सूरज’ के चिह्न दिए हैं. चुनाव आयोग फैसला करेगा और चुनाव चिन्ह देगा.
उपचुनाव के बारे में जान लीजिए
दरअसल, 3 नवंबर को महाराष्ट्र की अंधेरी ईस्ट विधानसभा सीट पर उपचुनाव होना है. अभी तक इस सीट से शिवसेना के रमेश लक्ते विधायक थे. रमेश अपने परिवार के साथ दुबई गया थे, इस दौरान उन्हें 12 मई को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. जिसके बाद चुनाव आयोग ने 3 नवंबर को यहां उपचुनाव कराने का फैसला लिया. इसके लिए शिंदे गुट और भाजपा ने मिलकर पूर्व पार्षद मुरजी पटेल को यहां से अपना संयुक्त उम्मीदवार बनाया है. पटेल के सामने उद्धव गुट का उम्मीदवार भी होगा. तो उद्धव गुट को कांग्रेस, एनसीपी का भी समर्थन मिला. उद्धव ठाकरे के पद छोड़ने और शिंदे के मुख्यमंत्री बनने के बाद यह पहला चुनाव है. ऐसे में दोनों गुटों के लिए यह चुनाव किसी परीक्षा से कम नहीं है.
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