सुल्तानपुर। जहाँ आज काम कोई भी हो मुश्किल नहीं होता, बस हौसला होना चाहिए को चरित्राथ सुल्तानपुर के युवाओं ने साबित कर दिखाया और अभिषेक सिंह ने इस बात को अमलीजामा पहनाया। उनके दिल में एक टीस थी काश की समाज के आखरी आदमी का बच्चा भी शिक्षा के अधिकार को पा सके। दो साल का उनका सपना आज पूरा हुआ जब करीब 25 बच्चों ने पहले दिन एक साथ बैठकर हाथों में कॉपी और कलम उठाया।
बता दें कि शहर के पयागीपुर स्थित एक स्थान पर बच्चों को जमा किया गया है। जहां आज सुबह 8 बजे से 9:30 बजे तक इनकी क्लास चली। पहले ही दिन लगभग दो दर्जन बच्चे इसमें शामिल हुए। अभिषेक सिंह ने बताया कि आज बच्चो को केवल पठन-पाठन की समाग्री बांटी गई है। उन्हें बताया गया कि यह क्या है। अब कल से विधिवत क्लास ब्लैक बोर्ड के साथ चलेगी। उन्होंने बताया कि कोरोना कॉल में कोविड लीड्स, वन डे हंगर स्ट्राईक के बाद यह हमारी तीसरी बड़ी मुहिम है। इस मुहिम को बाल सृजन 1.0 का नाम दिया गया है। इसके माध्यम से झुग्गी-झोपड़ियों में निवास करने वाले जरूरतमन्द बच्चों को शिक्षा देने की जिम्मेदारी ली गई है।
अवगत कराते चले की यही नहीं अभिषेक की टीम बच्चों का सर्वांगीण विकास करते हुए देश का आदर्श नागरिक बनाने के लिए प्रयास करेगी। उन्होंने बताया कि इसके लिए बाकायदा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक कैंपेन चलाया गया जिसमें ऐसे बच्चों को निःशुल्क शिक्षा देने की बात कही गई। कुछ जागरूक लोग आगे आए और उन्होंने भरोसा दिलाया कि वो मुफ्त में शिक्षा देंगे। अभिषेक बताते हैं कि आगे क्लास दो समय अंतराल पर चलेगी। लेकिन हमारी मुहिम से वही जुड़े जो हमें थोड़ा सा समय दे सके। अब तक इस मुहिम में निशान्त द्विवेदी, सुशान्त द्विवेदी, सर्वेश सिंह, मयंक,सोनू सिंह ज्ञानेंद्र, शुभेन्द्रू सिंह, रणवीर, रजत, कुलदीप, मुकेश, प्रज्ज्वल, प्रदीप, रुस्तम मेहदी, विवेक, अमित, अभिषेक मिश्रा, अवधेन्द्र, गौतम अग्रहरि, आकांक्षा, आयुषी,शत्रुघ्न सिंह सरिता यादव लगे हुए हैं। वहीं सुशील कुमार सिंह, जितेंद्र श्रीवास्तव, रितेश रजवाड़ा मार्गदर्शन में लगे हैं।