यूपी के सहारनपुर से जैश ए मोहम्मद का आतंकी मोहम्मद नदीम को यूपी एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है। साधारण सा दिखने वाला ये आतंकी महज दसवीं पास है लेकिन वो बेहद हाई टेक आतंकी है। नदीम के घर पर उसकी मां और पिता हैं, लेकिन वो दोनों बिमार है। वहीं, आसपास के लोगों को कहना है कि ATS की टीम आई थी और रात को नदीम को ले गई।
नदीम जैश-ए-मोहम्मद और तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के आतंकियों से सीधे संपर्क में था। जिसकी विचारधारा से प्रभावित होकर वो फिदायीन हमले की तैयारी कर रहा था। वहीं, नदीम के मोबाइल से फिदायीन विस्फोट से जुड़ी पीडीएफ फाइल मिली है। उसके मोबाइल से जैश-ए-मोहम्मद और TTP के आतंकियों से चैट, वॉइस मैसेज भी मिले हैं। नदीम व्हाट्सएप, टेलीग्राम, आईएमओ, फेसबुक मैसेंजर, क्लब हाउस के जरिए जैश और TTP के आतंकियों से जुड़ा था। उसने विदेशी आतंकियों को 30 से ज्यादा वर्चुअल नंबर, सोशल मीडिया आईडी बना कर दी थी. TTP के पाकिस्तानी आतंकी ने नदीम को सोशल मीडिया के जरिए फिदायीन हमले की ट्रेनिंग दी थी।
नदीम पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं से एक एप्लीकेशन के जरिये बात करता था और उनसे संपर्क में रहता था। खास बात ये है कि ये एप्लीकेशन इसने खुद बनाई थी। नदीम को तहरीक-ए-तालिबान (पाकिस्तान) ने 100 लोगों को फिदायीन हमले की ट्रेनिंग देने का टास्क दिया गया था। साथ ही 30 लोगों की टीम नदीम के संपर्क में थी, जिनके लिए इसनें वर्चुअल नम्बर बनाये थे।
सूत्रों से जानकारी मिली है कि इन 30 लोगों को छोटे-छोटे वीडियो बनाकर फिदायीन हमले की ट्रेनिंग दी जा रही थी, जिसके कोर्स का नाम ‘फिदाय’ था। नदीम को यूपी और उत्तराखंड में विशेष तौर पर रिक्रूटमेंट करने का जिम्मा दिया गया था। नदीम के मोबाइल से कुछ लोगों के प्रोफाइल डिटेल भी मिले हैं जिन्हें रिक्रूट करने के लिए TTP के सैफुल्ला से बात कर रहा था। बता दें कि जैश ए मुहम्मद और तहरीक ए तालिबान से जुड़ा आतंकी मोहम्मद नदीम सहारनपुर से गिरफ़्तार किया गया है और पूछताछ में नदीम ने बताया कि उसे जैश की ओर से नूपुर शर्मा की हत्या का टास्क दिया गया था।