उज्जैन: स्वतंत्रता दिवस पर हर घर तिरंगा अभियान के चलते देश-प्रदेश तीन रंगों में रंगे हुए नजर आ रहे हैं. इस बीच सोमवार को बाबा महाकाल भी तिरंगे के तीन रंगों में सजे-धजे नजर आए. स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर (Makaleshwar Temple) में विशेष ‘भस्म आरती’ के दौरान में बाबा को तीन रंगों से सजाया गया. भगवान महाकाल की पहली सवारी भदौ माह में स्वतंत्रता दिवस के संयोग से मंदिर से निकलेगी.
भगवान महाकाल चांदी की पालकी में चंद्रमौलेश्वर, हाथी पर मनमहेश, गरुड़ रथ पर शिव तांडव, नंदी पर उमा-महेश और डोल रथ पर होल्कर के रूप में भक्तों के दर्शन के लिए निकलेंगे. स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ पर निकलने वाले भगवान महाकाल की सवारी में धर्म के साथ-साथ देशभक्ति के रंग भी नजर आएंगे. बाबा महाकाल की पालकी को तिरंगे (तीन रंगों के फूल) से सजाया जाएगा. सवारी में शामिल श्रद्धालु, भजन मंडल और झांझ-डमरू दल के सदस्य राष्ट्रीय ध्वज लेकर निकलेंगे.
इस दौरान महाकाल मंदिर से शाम चार बजे सवारी की शुरुआत होगी, जो शाम 5 बजे कोट मोहल्ला, गुदरी चौराहा, बख्शी बाजार, कहारवाड़ी होते हुए शिप्रा बीच पहुंचेगी. यहां पुजारी भगवान के चंद्रमौलेश्वर स्वरूप का शिप्रा जल से अभिषेक कर पूजा करेंगे. पूजा के बाद शाम 7 बजे रामानुजकोट, कार्तिक चौक, जगदीश मंदिर, सत्यनारायण मंदिर, ढाबा रोड, टंकी चौक, छतरी चौक, गोपाल मंदिर, पटनी बाजार होते हुए मंदिर पहुंचकर सवारी पूरी की जाएगी. श्रावण-भादौ मास के क्रम में 22 अगस्त को शाही सवारी निकलेगी।