Warning: Trying to access array offset on value of type bool in /home/news1admin/htdocs/news1india.in/wp-content/plugins/jnews-amp/include/class/class-init.php on line 427

Warning: Trying to access array offset on value of type bool in /home/news1admin/htdocs/news1india.in/wp-content/plugins/jnews-amp/include/class/class-init.php on line 428
11 मुस्लिम प्रत्याशियों को मेयर का टिकट देने पर मायावती ने तोड़ी चुप्पी

UP Nikay Chunav 2023: निकाय चुनाव में 11 मुस्लिम प्रत्याशियों को मेयर का टिकट देने पर मायावती ने तोड़ी चुप्पी, कही ये बड़ी बात

निकाय चुनाव में बीएसपी द्वारा 11 मुस्लिम प्रत्याशियों को मेयर पद का टिकट देने पर मायावती की पहली प्रतिक्रिया आई है।

निकाय चुनाव को लेकर हर पार्टी अपनी तैयारी में जुटी हुई है। वहीं चुनाव को लेकर प्रचार-प्रसार भी काफी तेज होता जा रहा है। जहां एक तरफ बीजेपी के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रचार अभियान की कमान संभाली है तो वहीं दूसरी ओर समाजवादी पार्टी ने हर जिले में अपने नेताओं को एक्टिव कर दिया है। अब बात करें बीएसपी की तो इस बीच मायावती के बयान से सियासी पारा हाई होता नजर आ रहा है। मायावती ने कहा, यूपी निकाय चुनाव के अन्तर्गत 17 नगर निगमों में मेयर पद के लिए हो रहे चुनाव में बीएसपी द्वारा मुस्लिम समाज को भी उचित भागीदारी देने को लेकर यहां राजनीति काफी गरमाई हुई है, क्योंकि उससे खासकर जातिवादी एवं साम्प्रदायिक पार्टियों की नींद उड़ी हुई है।

वहीं बसपा प्रमुख ने कहा, बीएसपी सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय की नीति व सिद्धान्त पर चलने वाली अम्बेडकरवादी पार्टी है तथा उसी आधार पर यूपी में चार बार अपनी सरकार चलाई। मुस्लिम व अन्य समाज को भी हमेशा उचित प्रतिनिधित्व दिया। अत: लोगों से अपने हित पर ज्यादा व विरोधियों के षडयंत्र पर ध्यान न देने अपील सपा ने अपने सभी 17 मेयर पद के उम्मीदवारों में से मशरुर फातिमा, सहारनपुर से नूर हसन मलिक, अलीगढ़ से जमीर उल्ला खां और मुरादाबाद से सैय्यद रईस उद्दीन को मेयर का उम्मीदवार बनाया है। जबकि मायावती ने पहले चरण के 10 सीटों में से छह मुस्लिम प्रत्याशी उतारे हैं।

इसके अलावा दूसरे चरण के सात उम्मीदवारों में से पांच मुस्लिम को टिकट दिया है। पार्टी ने दूसरे चरण में मेरठ, शाहजहांपुर , गाजियाबाद, अलीगढ़ और बरेली से मुस्लिम प्रत्याशियों पर दांव लगाया है। वहीं पार्टी के इस फैसले को सपा के कोर वोटर्स में सेंध लगाने की पूरी कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है। इस बीच मायावती ने मुस्लिम उम्मीदवार उतारने पर पहली बार प्रतिक्रिया दी है।

Exit mobile version