लखनऊ। ‘हर घर तिरंगा’ अभियान में ना सिर्फ आम लोग बल्कि प्रदेश की जेलों में बंद बंदी भी बढ़चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं। जेल के अंदर बंद कैदियों ने अभी तक कुल 74 हजार से अधिक झण्डें बनाये हैं। अनुमान है कि 15 अगस्त तक ये कैदी लगभग दो लाख झंडे बनाकर तैयार कर लेंगे। यह झंडे स्वयंसेवी संस्थाओं व जिला प्रशासन के माध्यम से आमलोगों को बांटे जाएंगे। इसके अलावा बंदियो द्वारा बनाये गये ये झंडे जेलों में आवासीय व अनावासीय भवनों पर भी लगाए जाएंगे। जिन जेलों में टेलरिंग में प्रशिक्षित बंदी व टेलरिंग यूनिट हैं, वहां के बंदियों को झंडा बनाने के लिए विशेष रूप से प्रोत्साहित किया गया है।
अपर मुख्य सचिव, (गृह एवं कारागार) अवनीश कुमार अवस्थी ने शनिवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में जब देश हर्षोल्लास और नई उमंग के साथ गौरवान्वित हो रहा है, तब ऐसे में प्रदेश की कारागारों में भी यह जश्नकुछ खास और यादगार तरीके से मनाए जाने की तैयारियां की गई हैं।
प्रदेश के सभी कारागारों में विशेष साफ सफाई अभियान चल रहा है। कारागार मुख्यालय, संपूर्णानंद कारागार प्रशिक्षण संस्थान, सभी रेंज डीआईजी कार्यालयों में तैनात अधिकारी कर्मचारी स्वच्छता कार्यक्रमों में श्रमदान करेंगे।
कारागार विभाग के सभी सरकारी भवनों एवं अधिकारियों कर्मचारियों के आवासों पर झंडारोहण किए जाने की व्यवस्था की गई है। प्रदेश की सभी जेलो की बैंरकों पर भी झंडारोहण कार्यक्रम कराया जाएगा। बंदियों को राष्ट्रगान गाए जाने के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रदेश में सभी कारागार भवनों पर लाइटिंग द्वारा सजावट की व्यवस्था की गई है। सभी आवासीय भवनों पर राष्ट्र ध्वज लगाया जाएगा।
कारागार मुख्यालय और कारागारों में निर्मित शहीद स्मारकों तथा स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के स्मारकों पर एक सप्ताह तक शाम के समय राष्ट्रीय धुन बजाने की व्यवस्था की जा रही है। कारागारों में खेलकूद कार्यक्रम जैसे बैडमिंटन, कैरम, वालीबॉल आदि आयोजित कराए जाने के निर्देश दिए गए हैं।
उल्लेखनीय एवं सराहनीय कार्य करने वाले जेलकर्मियों को चिन्हित करके उन्हें प्रशस्ति पत्र देने की व्यवस्था की गई है। कारागारों में देशभक्ति से संबंधित पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजित किए जाने तथा आजादी के अमृत महोत्सव सप्ताह में शहीद कार्मिकों के परिवार को बुलाकर सम्मानित किया जायेगा।