उज्जैन। बीते दिन यूपी सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल का दूसरा बजट पेश किया। जिसे लेकर तरह-तरह की बातें करके योगी सरकार को घेरा जा रहा है। दरअसल उज्जैन में रामकथा करने पहुंचे कवि कुमार विश्वास ने बजट पर बात करते हुए RSS को अनपढ़ और वामपंथियों को कुपढ़ कहा है। उनकी इस बात पर सभा में मौजूद लोग हंस हुए तालियां बजाईं। इस दौरा
न मध्य प्रदेश के मंत्री मोहन यादव, विधायक पारस जैन, सांसद अनिल फिरोजिया सहित महापौर मुकेश टटवाल भी मौजूद थे। बयान पर विवाद बढ़ता देख कुमार विश्वास ने कटाक्ष करते हुए माफी मांगी। उन्होंने कहा कि अगर आपकी इस सामान्य बुद्धि में अगर ये प्रसंग किसी और तरीके से चला गया है तो मैं इसके लिए माफी चाहता हूं।
रामकथा करो, प्रमाण पत्र मत बांटो श्रीमान- बीेजेपी
बता दें कि उज्जैन में विक्रमोत्सव कार्यक्रम के तहत 21-23 फरवरी तक रामकथा का आयोजन किया गया है। मंगलवार को कथा सुनाने पहुंचे कुमार विश्वास का वीडियो वायरल होते ही मध्य प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता राजपाल सिसोदिया ने भी पलटवार किया। उन्होंने कहा कि कथा करने आए हो कथा करो, प्रमाण पत्र मत बांटो श्रीमान। वहीं इस बयान के बाद कुमार विश्वास की सुरक्षा बढ़ा दी गई। बुधवार रात वे कड़ी सुरक्षा में कथा कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे।
‘रामराज्य की सरकार बनाई है तो बजट भी रामराज्य का आना चाहिए‘
रामकथा सुनाते हुए कुमार विश्वास ने कहा कि ‘आज से 4-5 साल पहले बजट आने वाला था। मैं अपने घर में स्टूडियो में खड़ा कुछ रिकॉर्डिंग कर रहा था। हमारे साथ काम करने वाले एक बच्चे ने मोबाइल ऑन कर दिया। वह बच्चा RSS में भी काम करता है। उसने मुझसे कहा कि बजट आ रहा है, कैसा आना चाहिए। मैंने कहा कि तुमने तो रामराज्य की सरकार बनाई है तो बजट भी रामराज्य का आना चाहिए। फिर उसने कहा कि रामराज्य में बजट कहां होता था।
‘वामपंथी कुपढ़ हैं और RSS अनपढ़‘
मैंने कहा कि तुम्हारी यही समस्या है कि वामपंथी तो कुपढ़ हैं और तुम अनपढ़ हो। देश में दो ही लोगों का झगड़ा चल रहा है। एक वामपंथी हैं, जो कुपढ़ हैं, उन्होंने पढ़ा सब है, लेकिन गलत पढ़ा है और एक ये है, इन्होंने कुछ पढ़ा ही नहीं है। ये सिर्फ बोलते हैं कि हमारे वेदों में ये है, देखे नहीं हैं कि कैसे हैं। भाई पढ़ लो।
कुमार ने आगे कहा कि भगवान ने चित्रकूट में भरत को रातभर बैठकर समझाया कि कैसे राज्य चलाते हैं। विशेष रूप से जो सबसे पुरानी राम कथाओं में है। श्रीमद् भगवद्, वाल्मीकि रामायण के बाद आध्यात्म रामायण में इसका बड़ा अच्छा उल्लेख है। भगवान ने कहा राजा भरत से कि बेटा टैक्स कैसे ले रहे हो, तो भरत ने कहा कि जैसे टैक्स लेते हैं। भगवान ने कहा कि नहीं, हम सूर्यवंशी हैं इसलिए हमको टैक्स ऐसे लेना चाहिए, जैसे सूरज लेता है। तो भरत ने पूछा कि भैया सूरज कैसे टैक्स लेता है।
कुमार विश्वास ने बताया सूरज कैसे लेता है टैक्स
कुमार ने कहा कि अब देखिए टैक्सेशन, यहां के वित्त मंत्री भी देखें और सीतारमण भी सुनें। इससे फायदा होगा देश का और उनका खुद का। सूरज समुद्र से पानी लेता है लेकिन समुद्र को पता नहीं चलता। नदी से पानी ले लेता है तो नदी को पता नहीं चलता। गिलास से पानी ले लेता है तो गिलास को भी पता नहीं चलता।
आप अंजूरी में पानी लेकर जून के महीने में बाहर खड़े हो जाओ, पांच मिनट में ही पानी खत्म हो जाता है। पानी कौन ले गया सूरज और इस पानी का क्या बनाता है कि बादल। ये बादल इक्ट्ठा होकर कहां बरसते हैं, जहां भी पानी की आवश्यकता हो। यानि कि राजा जब टैक्स ले तो किसी को पता न चले कि टैक्स कट गया।
अधूरे पढ़े-लिखे आप जैसे लोगों से तो हमारे अनपढ़ कई गुना अच्छे- बीजेपी
कुमार विश्वास का बयान पर BJP प्रदेश प्रवक्ता राजपाल सिसोदिया ने अपने ट्विटर पर कुमार विश्वास को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि तुम्हारा स्वागत करने आना पड़ेगा। कथा के लिए बुलाया गया। वह छोड़ बाकी सब करेंगे। उन्होंने लिखा कि अधूरे पढ़े-लिखे आप जैसे लोगों से तो हमारे कथित अनपढ़ कई गुना अच्छे हैं।
धर्म के घोड़े पर सवार होकर राजनैतिक टिप्पणियां करना अनुचित- कांग्रेस
वहीं विवादित बयानों के सागर में कांग्रेस भी कूद पड़ी। इस मामले में कांग्रेस की ओर से पार्टी के मीडिया विभाग के चेयरमैन केके मिश्रा ने ट्वीट किया। उन्होंने कहा कि “RSS अनपढ़ है” कुमार विश्वास जी के इस कथन से मैं इत्तफाक नहीं रखता। जिस विवि के कुलाधिपति हिटलर- मुसोलिनी हों और अनुचर झूठ को आग की फैला देते हों व सुशिक्षितों को मूर्ख बना देते हों वह अनपढ़ कैसे हो सकता है। वहीं उन्होंने कुमार विश्वास पर भी तंज कस, उन्होंनवे कहा कि कथाकारों को धर्म के घोड़े पर सवार होकर राजनैतिक टिप्पणियां करना भी अनुचित है।