Uttarakhand Election 2022: उत्तराखंड में विधानसभा चुनावों के लिये कांग्रेस के पूर्व सीएम हरीश रावत ने भी कमर कस ली है. लालकुआं सीट से नामांकन दाखिल करने से पहले हरीश रावत ने पूजा पाठ किया है. उन्होंने इस विषय पर कहा कि जनता जनार्दन का आशीर्वाद लेने के लिये मैं लालकुंआ की जनता की सेवा के लिए विधिवत रुप से अपने आप को समर्पित कर रहा हूं।
उन्होंने कहा कि इससे पहले भी मेरा लालकुंआ से नाता रहा है, मैं आज अपना नामंकन दाखिल करूंगा. उन्होंने कहा कि मैं दिल से चाहता था कि मैं राज्यभर में घूम-घूम कर अपनी पार्टी का प्रचार करूं. हरीश रावत ने कहा कि बीजेपी दुष्प्रचार नहीं करे कि मैं राज्यभर में प्रचार कर रहा हूं और चुनाव नही लड़ रहा हूं. मैं लालपुर से अपना पर्चा दाखिल कर रहा हूं और मैं यहीं से चुनाव लडूंगा।
पार्टी के आदेश पर लालकुआं आया हूं
यह सच है कि इससे पहले मैंने रामनगर से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी लेकिन पार्टी ने मुझे लालकुंआ से चुनाव लड़ने के लिए कहा है. मेरी कोशिश रहेगी कि कांग्रेस की विजय लालकुंआ से ही हो. उन्होंने बताया कि वह आज पहले नामांकन पत्र की जांच करेंगे, फिर यहां एक मंदिर में आशीर्वाद लेंगे और फिर सभी कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर अपना नामांकन दाखिल करेंगे।
पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त थे किशोर उपाध्याय
इसके साथ ही हरीश रावत ने किशोर उपाध्याय को लेकर भी बयान दिया. गौरतलब है कि किशोर उपाध्याय को 12 जनवरी को कांग्रेस पार्टी के सभी पदों से हटा दिया गया था जिसके बाद उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ज्वाइन कर ली है. हरीश रावत ने कहा कि किशोर उपाध्याय को पार्टी ने कई बार चेताया था, लेकिन उन्होंने खुद को नहीं सुधारा. कांग्रेस पार्टी ने उन्हें बहुत कुछ दिया है लेकिन जिस तरीके से उन्होंने बीजेपी का दामन थामा है उससे साफ है कि कांग्रेस ने उनके प्रति जो धारणा बनाई थी वह गलत नहीं थी।