कोलकाता : रामनवमी यानी गुरुवार को हुई हिंसा के बाद से हावड़ा में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है।पश्चिम बंगाल के हावड़ा और उत्तरी दिनाजपुर जिले में शोभायात्रा के दौरान हिंसा हुई थी। राज्य की विपक्षी पार्टी भाजपा ने इस हिंसा को लेकर ममता सरकार पर हमला बोला था। इसी बीच, पश्चिम बंगाल सरकार ने घटना की जांच सीआईडी को सौंप दी है। बीते दिन भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने मामले की जांच एनआईए और सीबीआई से कराने की मांग की थी।
जांच की मांग
खबरों की मानें तो जांच टीम का नेतृत्व पुलिस महानिरीक्षक, सीआईडी सुनली चौधरी करेंगे। इसी बीच राज्यपाल ने कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। रामनवमी के दिन सार्वजनिक संपत्तियों में आग लगाना एक भड़काऊ कृत्य है। इस घटना को गंभीरता से लिया जाएगा। इसके साथ बोस ने कहा कि राजभवन लोगों के जीवन, संपत्ति और सम्मान की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अपनी आंखे और कान खुले रखेगा।
ममता सरकार पर लगातार हमला बोल रही है बीजेपी
हावड़ा में हुई हिंसा पर बीजेपी ममता सरकार पर लगातार हमला बोल रही है। बीजेपी के नेता शुभेंदु अधिकारी ने हावड़ा हिंसा को विदेशी साजिश का हवाला दिया और इसे लेकर सीबीआई जांच की मांग की थी। उन्होंने कहा कि बंगाल में कानून व्यवस्था पूरी तरह खत्म हो चुकी है। इसके अलावा बीजेपी के लोकसभा सांसद जगन्नाथ सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा था और एनआईए जांच की मांग की थी। उनका कहना है कि हिंसा के कारणों का पता लगना चाहिए।
कैसी है वर्तमान स्थिति ?
हिंसा इतनी बढ़ गई थी कि इलाके में धारा 144 लगा दी गई है और पुलिस द्वारा लगातार माइकिंग करवाई जा रही है। हावड़ा में कुछ अस्थिर जेबों में 3 अप्रैल तक धारा 144 बढ़ाने की खबर भी सामने आई है। इसके अलावा हावड़ा के कई इलाकों में 1 अप्रैल रात दो बजे तक इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई है।