कोलकाता: पश्चिम बंगाल से चौंका देने वाला मामला सामने आया है, जहां चार महिलाओं को भाजपा में शामिल होने का प्रायश्चित करने के लिए जमीन पर रेंगने के लिए बाध्य किया गया। ये आरोपी भाजपा ने टीएमसी पर लगाया है। इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। दरअसल, महिलाएं बालुरघाट में करीब एक किलोमीटर रेंग कर जिला तृणमूल कांग्रेस कार्यालय पहुंची थीं और फिर पार्टी में शामिल हुई। इसके बाद तृणमूल जिलाध्यक्ष प्रदीप्त चक्रवर्ती ने पार्टी का झंडा महिलाओं को सौंपा।
क्या बोली महिलाएं ?
तृणमूल में शामिल होने वालों का कहना है कि बीजेपी में शामिल होने के बाद उन्हें अपनी गलती का मालूम पड़ा। महिलाओं ने कहा, अपनी गलतियों को सुधारने या या प्रायश्चित करने के लिए वे जिला कार्यालय पहुंची थी। हालांकि वह अब तृणमूल में फिर से शामिल हो गई हैं। उन्होंने कहा कि आगे जाकर और भी लोग उनके साथ जुड़ेंगे।
महिलाओं को दी सजा
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ सुकांत मजूमदार ने इस वीडियो पर अपनी प्रतिक्रिया दी और लिखा- कल तपन गोफानगर, तपन निवासी मार्टिना किस्कू, शिउली मार्डी, ठाकरन सोरेन और मालती मुर्मू बीजेपी में शामिल हो गई थीं। ये एसटी समुदाय से हैं। आज टीएमसी के गुंडों ने उन्हें पार्टी में वापिस आने के लिए मजबूर किया और दंडवत परिक्रमा कराकर सजा दी।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, गुरुवार की दोपहर करीब 200 महिलाएं ने तृणमूल छोड़कर बीजेपी ज्वाइन कर ली। भाजपा जिलाध्यक्ष स्वरूप चौधरी, महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष षष्ठी बासक भट्टाचार्य, विधायक बुधराई टुडू ने बीजेपी में शामिल होने के लिए महिलाओं को झंडा सौंपा था। इसके बाद प्रदेश और जिले की महिला तृणमूल कांग्रेस में हडकंप मच गया। कल यानी शुक्रवार को ये महिलाएं रेंगती हुईं तृणमूल के जिला कार्यालय पहुंचीं और तृणमूल में शामिल हो गईं। राजनीतिक हलकों के एक वर्ग का मनाना है कि तृणमूल कार्यकर्ताओं को भाजपा ज्वाइन करने की वजह से ‘सजा’ दी गई थी।