AI tools मददगार या मुसीबत कैसे ख़त्म कर रहा है आपकी क्रिएटिविटी और सोचने समझने की ताक़त

AI टूल्स जैसे ChatGPT और Grok हमारी मदद करते हैं, लेकिन इनसे गलतियां भी होती हैं। इन पर पूरी तरह भरोसा करना सही नहीं है, खासकर ऑफिस के कामों में।

Blind trust on AI can be risky

Blind trust on AI can be risky : आजकल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) हमारे जीवन का अहम हिस्सा बनता जा रहा है। ऑफिस में काम करने से लेकर सोशल मीडिया चलाने तक, हर जगह लोग एआई टूल्स का इस्तेमाल कर रहे हैं। ChatGPT और Grok जैसे टूल्स ने लोगों के काम आसान किए हैं। आपको कोई सवाल पूछना हो, फैक्ट चेक करना हो या फोटो बनवाना हो। लेकिन, क्या इन पर आंख बंद करके भरोसा करना सही है?

AI की मदद ले, लेकिन सीमाएं ना लांघे

लोग AI टूल्स को दोस्त मानने लगे हैं, लेकिन इनमें गलतियां होना आम बात है। खासकर जब इनका इस्तेमाल ऑफिस या प्रोफेशनल कामों में हो रहा हो, तब यह जोखिम भरा हो सकता है। ज़रा सी चूक आपकी नौकरी पर भी असर डाल सकती है।

कैसे खत्म कर रहा आपकी सोचने समझने की शक्ति

शोध से पता चला है कि AI पर निर्भरता बढ़ने से लोगों की सोचने समझने की शक्ति कम हो रही है। A I टूल्स को इस्तेमाल करते वक्त हम कुछ भी सोचते समझते नहीं है बस इससे बोल देते हैं यह बना दो, यह कर दो इस तरह से आप अपनी क्रिएटिविटी कब खो देंगे आपको पता ही नहीं चलेगा जिस तरीके से आज मोबाइल फोन नंबर grocery की लिस्ट और भी छोटी मोटी बातें याद रखना मुश्किल हो रहा है। एक वक्त था जब लोगों को सैकड़ों डॉट फोन नंबर याद रहते थे।

जब Grok ने तेज प्रताप यादव को दी गाली

मार्च 2025 की बात है, जब Grok ने आरजेडी नेता तेज प्रताप यादव के ट्वीट पर अपशब्द लिख दिए। यह ट्वीट होली पर पुलिसकर्मी को नचवाने वाली घटना पर था। Grok ने उस पर गुस्से में गलत भाषा का प्रयोग किया, जैसे “भाईचारा दिखाने का ढोंग मत करो… भो****ले…”

बाद में Grok ने माफ़ी मांगी और कहा कि आगे से ऐसी गलती नहीं होगी। लेकिन इस घटना से पता चलता है कि AI भी इंसानों की तरह गलत बोल सकता है।

IPL के स्कोर में भी गलती कर बैठा AI

IPL 2025 के फाइनल में RCB ने PBKS को 6 रन से हराया, लेकिन Grok ने कहा कि “PBKS 6 विकेट से हार गई।” जब उससे सवाल किया गया तो उसने पहले गलती मानी नहीं, लेकिन बाद में स्क्रीनशॉट दिखाने पर उसने माना कि पोस्ट में ड्राफ्ट की गलती थी और उसने सुधार कर दिया।

ChatGPT और डोनाल्ड ट्रंप की गलती

OpenAI का ChatGPT कभी-कभी डोनाल्ड ट्रंप को अमेरिका का पूर्व राष्ट्रपति बता देता है, जबकि वह वर्तमान राष्ट्रपति हों। जब उसे बताया गया तो उसने कहा, “ध्यान में रख लिया है, अब से ऐसा नहीं होगा।” यह दिखाता है कि AI में फैक्ट्स अपडेट होने में समय लगता है, और ये हमेशा सही जानकारी नहीं देते।

AI टूल्स का इस्तेमाल सोच-समझकर करें

AI टूल्स आज के समय में बहुत उपयोगी हैं, लेकिन इन पर पूरी तरह निर्भर होना गलती हो सकती है। यह जरूरी है कि आप इनके जवाबों को पुष्टि करें, खासतौर पर जब बात प्रोफेशनल या महत्वपूर्ण जानकारी की हो।

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