BYD new battery: चीन की इलेक्ट्रिक कार निर्माता कंपनी BYD ने बैटरी चार्जिंग तकनीक में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। कंपनी ने एक ऐसी बैटरी विकसित की है, जो सिर्फ 5 मिनट में पूरी तरह चार्ज हो सकती है और कार को 500 किलोमीटर तक चला सकती है। यह तकनीक पेट्रोल या डीजल भरवाने में लगने वाले समय के बराबर है, जिससे इलेक्ट्रिक वाहनों को लेकर ग्राहकों की सबसे बड़ी चिंता दूर हो जाएगी।
चार्जिंग की परेशानी खत्म
अभी तक इलेक्ट्रिक कार खरीदने वालों की सबसे बड़ी दिक्कत चार्जिंग को लेकर थी। लंबी दूरी की यात्रा के दौरान कई घंटों तक कार को चार्ज करना पड़ता था, लेकिन अब BYD ने इस समस्या का हल निकाल लिया है। कंपनी के चेयरमैन वांग चानफू ने बताया कि नई “हान एल सेडान” (Han L Sedan) की बैटरी सिर्फ 5 मिनट में फुल चार्ज हो जाएगी।
टेस्ला और मर्सिडीज को मिली कड़ी टक्कर
BYD की इस नई तकनीक ने अमेरिकी इलेक्ट्रिक कार निर्माता टेस्ला और जर्मनी की मर्सिडीज को भी पीछे छोड़ दिया है।
टेस्ला: उनके सुपरचार्जर्स 15 मिनट में 275 किलोमीटर की रेंज देते हैं, लेकिन BYD सिर्फ 5 मिनट में 470 किलोमीटर की दूरी तय करने की क्षमता देती है।
मर्सिडीज-बेंज: उनकी नई इलेक्ट्रिक CLA सेडान 10 मिनट की चार्जिंग में 325 किलोमीटर की रेंज देती है।
अल्ट्रा-फास्ट चार्जिंग के साथ जबरदस्त स्पीड
BYD ने अपने इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए एक नया प्लेटफॉर्म भी तैयार किया है, जो कार को सिर्फ 2 सेकंड में 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार तक पहुंचा सकता है।
अप्रैल से कंपनी अपनी नई इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री शुरू करने वाली है। इसमें सबसे पहले जो दो मॉडल लॉन्च होंगे, वे हैं।
Han L Sedan – इसकी कीमत लगभग 2,70,000 युआन (करीब 37,338 डॉलर) होगी।
Tang L SUV – इसकी कीमत करीब 2,80,000 युआन होगी।
भारत में भी दस्तक दे सकती है BYD
BYD ने भारत में भी इलेक्ट्रिक कारों की बढ़ती मांग को देखते हुए बाजार में उतरने की योजना बनाई है। अगर यह कंपनी भारत में अपनी अल्ट्रा-फास्ट चार्जिंग वाली कारें लॉन्च करती है, तो यह भारतीय बाजार में भी टेस्ला और अन्य कंपनियों को कड़ी टक्कर दे सकती है।
नए जमाने की तकनीक, नया अनुभव
BYD की इस तकनीक से इलेक्ट्रिक कारों की दुनिया पूरी तरह बदलने वाली है। लोग अब लंबी दूरी की यात्रा के लिए इलेक्ट्रिक कार लेने से हिचकिचाएंगे नहीं, क्योंकि चार्जिंग का झंझट पूरी तरह खत्म हो गया है। इस नई तकनीक से न सिर्फ इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री बढ़ेगी, बल्कि पेट्रोल और डीजल कारों की जगह इलेक्ट्रिक कारें लेने का चलन भी तेजी से बढ़ेगा।