जब भी हमारे फ़ोन में कॉल के लिए पैसे नहीं होते थे या फ़ोन में सामान्य कॉल पर आवाज साफ़ नहीं आती थी यानि नेटवर्क प्रॉब्लम, तो हम सब डायरेक्ट व्हाट्सप कॉल करते हैं क्योकि इन कॉल के एक्स्ट्रा पैसे नहीं देने पड़ते थे हमे। पर हाल ही अभी एक बड़ी खबर सामने आ रही हैं कि अब समान्य कॉल की तरह व्हाट्सप कॉल के भी पैसे देने होंगे। व्हाट्सप के साथ ही अब फेसबुक कॉल के लिए भी देना होगा चार्ज। ये बड़ी खबर सामने आ रही हैं कि जल्द ही इंटरनेट कॉलिंग को लेकर TRAI कुछ नया कर सकती है.
एक जैसे सर्विस एक जैसे नियम
जिसमे इंटरनेट कॉलिंग के यूजर्स को जल्द ही एक्स्ट्रा चार्ज देना पड़ सकता है.टेलीकॉम ऑपरेटर्स लंबे समय से टेलीकॉम कंपनियां सरकार से ऐसी ही मांग कर रहे हैं.और टेलीकॉम ऑपरेटर्स की डिमांड हैं कि ‘एक जैसे सर्विस एक जैसे नियम’.वैसे तो कंपनियां कई मौकों पर कह चुकी हैं कि इंटरनेट कॉलिंग और मैसेजिंग ऐप्स को भी उनकी तरह लाइसेंसर फीस भरनी चाहिए. फीस ही नहीं बल्कि नियमों का पालन, क्वालिटी ऑफ सर्विस और दूसरे मानको को पूरा करना चाहिए.
पूरी आमदनी तो रिचार्ज करवाने में चली जाएगी
फ़िलहाल तो अभी इसकी कोई जानकारी नहीं हैं कि TRAI इंटरनेट कॉलिंग को लेकर कैसे नियम तैयार करेगी। अभी कंज्यूमर्स को सिर्फ स्टैंडर्ड इंटरनेट चार्ज ही वॉट्सऐप और दूसरी इंटरनेट कॉलिंग के लिए खर्च करना पड़ सकता है. यानि अब तक जो आप व्हाट्सप वॉइस कॉल या वीडियो कॉल कर लेते थे अब आपको उसके भी पैसे देने होंगे। समझ नहीं आ रहा ये हो क्या रहा है ,दिन पर दिन तो ये कम्पनियाँ रिचार्ज बढ़ाती जा रही हैं और अब एक्स्ट्रा चार्ज, ये क्या मतलब हुआ। एक आम आदमी की पूरी आमदनी तो घरवालों के रिचार्ज करवाने में ही चली जाएगी।