इंटेल और टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स की नई पार्टनरशिप भारत को ग्लोबल सेमीकंडक्टर मानचित्र पर मजबूत जगह दिलाने की दिशा में बड़ा कदम मानी जा रही है। इस सहयोग के तहत गुजरात के धोलेरा और असम में बन रहे टाटा के नए प्लांट्स में चिप मैन्युफैक्चरिंग और एडवांस्ड पैकेजिंग के लिए इंटेल के प्रोडक्ट्स पर काम किया जाएगा, जो AI आधारित कंप्यूटिंग इकोसिस्टम को गति देगा।
साझेदारी में क्या–क्या होगा?
टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स और इंटेल के बीच साइन हुए MoU के अनुसार, दोनों कंपनियां मिलकर टाटा के आने वाले Fab और OSAT (Outsourced Semiconductor Assembly and Test) प्लांट्स में इंटेल के चिप्स के मैन्युफैक्चरिंग और पैकेजिंग की संभावनाओं को एक्सप्लोर करेंगी। टाटा समूह धोलेरा (गुजरात) में वेफ़र फैब्रिकेशन प्लांट और असम में सेमीकंडक्टर असेंबली व पैकेजिंग यूनिट खड़ा कर रहा है, जिन पर कुल करीब 1.18 लाख करोड़ रुपये (लगभग 14 अरब डॉलर) का निवेश होगा।
इंटेल और टाटा साथ मिलकर भारत के लोकल मार्केट के लिए सेमीकंडक्टर प्रोडक्ट्स का प्रोडक्शन, टेस्टिंग और एडवांस्ड पैकेजिंग सॉल्यूशन तैयार करेंगे, ताकि देश के भीतर ही एक मज़बूत, “जियो‑रेज़िलिएंट” इलेक्ट्रॉनिक्स और चिप सप्लाई चेन विकसित की जा सके।
गुजरात और असम प्लांट्स की भूमिका
धोलेरा का सेमीकंडक्टर फैब भारत का प्रमुख वेफ़र मैन्युफैक्चरिंग बेस होने जा रहा है, जहां 2027 के आसपास फुल‑स्केल चिप प्रोडक्शन शुरू होने का लक्ष्य है। दूसरी ओर, असम में बन रही OSAT सुविधा में चिप असेंबली, टेस्टिंग और एडवांस्ड पैकेजिंग का काम अपेक्षाकृत पहले चरण में शुरू हो सकेगा, जिससे बैकएंड मैन्युफैक्चरिंग में भारत की एंट्री तेज़ होगी।
इंटेल के लिए टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स उसका भारत में पहला बड़ा मैन्युफैक्चरिंग पार्टनर और ग्राहक–सप्लायर दोनों की भूमिका निभाएगा, जबकि टाटा को इंटेल की डिजाइन और टेक्नोलॉजी क्षमताओं से हाई‑वॉल्यूम, हाई‑प्रिसिशन प्रोडक्शन सेट‑अप को स्केल करने में मदद मिलेगी।
AI आधारित कंप्यूटिंग और भारत का फायदा
दोनों कंपनियां AI‑आधारित पर्सनल कंप्यूटर (AI PCs) और एंटरप्राइज सॉल्यूशंस के लिए भी मिलकर काम करेंगी, ताकि भारत में लोकल लेवल पर तैयार AI चिप्स और सिस्टम्स के जरिए तेजी से बढ़ते AI मार्केट को सर्व किया जा सके। इंटेल का मानना है कि भारत आने वाले वर्षों में दुनिया के टॉप‑5 AI PC मार्केट्स में शामिल होगा, और यह पार्टनरशिप उन्हें इस तेज़ी से बढ़ते कंप्यूट मार्केट में लोकल मैन्युफैक्चरिंग के साथ मज़बूत उपस्थिति देने में मदद करेगी।
टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने इसे भारत के सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री डेवलपमेंट में “तेज़ी लाने वाला कदम” बताया है, जबकि इंटेल नेतृत्व इसे भारत में PC डिमांड और AI अपनाने की गति के अनुरूप “टाइम‑टू‑मार्केट घटाने और कॉस्ट एफिशिएंसी बढ़ाने वाला” सहयोग मान रहा है।



