एक छोटी चींटी के समान, जिसकी स्पीड ने मचाया तूफान, जानें कैसे चलती है दुनिया की ये सबसे तेज़ हार्ड ड्राइव…

चीन की 'पोक्सियाओ' हार्ड ड्राइव, जो आकार में चावल के दाने से भी छोटी और रफ्तार में बिजली से तेज है, जो कि आने वाले समय में एआई और डेटा प्रोसेसिंग के क्षेत्र में एक बड़ी क्रांति ला सकती है।

World’s Fastest Storage Device

World’s Fastest Storage Device : तकनीक की दुनिया में चीन ने एक बार फिर दुनिया को हैरान कर दिया है। इस बार बात किसी स्मार्टफोन, रोबोट या अंतरिक्ष यान की नहीं, बल्कि एक ऐसी माइक्रो-स्टोरेज डिवाइस की हो रही है, जो आकार में बेहद छोटी है लेकिन इसकी ताक़त किसी सुपरकंप्यूटर से कम नहीं। चीनी वैज्ञानिकों ने इस क्रांतिकारी डिवाइस को ‘पोक्सियाओ (Poxiao)’ नाम दिया है।

क्या है पोक्सियाओ की खासियत?

इस डिवाइस का सबसे बड़ा कमाल इसका आकार और स्पीड है। पोक्सियाओ इतनी छोटी है कि इसे चावल के दाने से भी छोटा बताया गया है। लेकिन इसकी कार्यक्षमता इतनी जबरदस्त है कि यह सिर्फ 400 पिकोसेकंड में डेटा को प्रोसेस कर सकती है। मतलब, पलक झपकने से पहले ही डेटा डिलीट हो सकता है या दोबारा लिखा जा सकता है — और हमें भनक तक नहीं लगेगी!

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में ला सकती है क्रांति

यह नन्ही सी चिप आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्र में गेमचेंजर साबित हो सकती है। सोचिए, जहां अभी एआई टूल्स को इमेज या वीडियो जनरेट करने में कुछ सेकंड लगते हैं, वहीं पोक्सियाओ के साथ यह प्रक्रिया पलों में पूरी हो सकती है। सिर्फ एआई ही नहीं, डेटा एनालिटिक्स, मशीन लर्निंग और साइंटिफिक रिसर्च जैसे हाई-परफॉर्मेंस टास्क भी इससे काफी तेज़ हो सकते हैं।

आम लोग कर सकते हैं इसका इस्तेमाल ?

फिलहाल यह डिवाइस प्रोटोटाइप स्टेज में है — यानी इसे अभी वैज्ञानिक प्रयोगों और टेस्टिंग के लिए ही इस्तेमाल किया जा रहा है। इसकी स्टोरेज क्षमता अभी सीमित है, लेकिन शोधकर्ता दावा कर रहे हैं कि भविष्य में इसकी मेमोरी को और ज्यादा पावरफुल बनाया जाएगा।

पोक्सियाओ क्यों है इतना खास?

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आपकी डिजिटल दुनिया को कैसे बदलेगा?

कल्पना कीजिए कि आपके लैपटॉप या स्मार्टफोन में ऐसी स्टोरेज लग जाए – न स्लो स्पीड, न हैंग, न ही लोडिंग की समस्या।
गेमिंग हो या वीडियो एडिटिंग, हर काम एक झटके में हो जाएगा। और बात सिर्फ पर्सनल डिवाइस की नहीं है — डेटा सेंटर्स में इसका इस्तेमाल ऊर्जा की बचत कर सकता है क्योंकि ज्यादा काम कम समय में हो पाएगा।

ऐसा लगता है कि पोक्सियाओ सिर्फ एक नई तकनीक नहीं, बल्कि भविष्य की कंप्यूटिंग का रास्ता है। आने वाले कुछ सालों में हो सकता है कि हमारे सभी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में ऐसी सुपरफास्ट और माइक्रो-साइज़ मेमोरी चिप लगी हो — और डेटा प्रोसेसिंग की परिभाषा ही बदल जाए।

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