Smartwatch health benefits and side effects:आज के समय में स्मार्टवॉच सिर्फ फैशन नहीं बल्कि ज़रूरत भी बन गई है। यह आपकी सेहत पर नज़र रखती है, मैसेज और कॉल की जानकारी देती है और कई स्मार्ट फीचर भी साथ लाती है। लेकिन अगर इसे बिना सोचे-समझे इस्तेमाल किया जाए तो यह नुकसान भी पहुंचा सकती है। इसलिए स्मार्टवॉच खरीदते और पहनते समय कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना बहुत ज़रूरी है।
स्मार्टवॉच खरीदते समय क्या ध्यान रखें
त्वचा के अनुकूल मटेरियल चुनें ऐसी वॉच लें जिससे स्किन पर खुजली, जलन या एलर्जी न हो।
हेल्थ फीचर्स भरोसेमंद हों हार्ट रेट, ब्लड ऑक्सीजन और नींद मापने वाले फीचर सही और टेस्टेड होने चाहिए।
बैटरी बैकअप अच्छा हो कम से कम 3–7 दिन चलने वाली बैटरी सही रहती है।
भरोसेमंद ब्रांड चुनें ताकि आपका पर्सनल डेटा सुरक्षित रहे।
कम रेडिएशन वाली वॉच लें क्योंकि ज़्यादा रेडिएशन शरीर के लिए हानिकारक साबित हो सकता है।
स्मार्टवॉच पहनने का सही तरीका
लंबे समय तक लगातार न पहनें ज़रूरत पड़ने पर ही पहनें, 24 घंटे न बांधें।
स्ट्रैप ढीला रखें ,ताकि त्वचा को सांस मिल सके और नसों पर दबाव न पड़े।
साफ-सफाई का ध्यान रखें,पसीना और धूल से एलर्जी हो सकती है, इसलिए स्ट्रैप और वॉच साफ करते रहें।
नोटिफिकेशन सीमित करें,बार-बार अलर्ट आने से तनाव बढ़ सकता है।
सोते समय DND या फ्लाइट मोड ऑन करें, ताकि नींद में खलल न पड़े और रेडिएशन का असर कम हो।
स्मार्टवॉच के नुकसान भी जान लें
स्मार्टवॉच के जितने फायदे हैं, उतने ही नुकसान भी हो सकते हैं। लगातार पहनने से निकलने वाला EMF रेडिएशन शरीर पर असर डाल सकता है। कई बार इससे त्वचा पर दाने, खुजली या जलन हो सकती है।
अगर स्ट्रैप बहुत कसकर पहना जाए तो नसों पर दबाव पड़ता है, जिससे सुन्नपन या झनझनाहट महसूस हो सकती है। इसके अलावा, नींद के दौरान वॉच पहनकर सोने से नींद की गुणवत्ता खराब हो सकती है।
लगातार नोटिफिकेशन से दिमाग पर दबाव बढ़ता है और तनाव हो सकता है। सबसे अहम बात स्मार्टवॉच के हेल्थ डेटा पर पूरी तरह भरोसा न करें। अगर कोई गंभीर लक्षण दिखे तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
स्मार्टवॉच सही तरीके से इस्तेमाल की जाए तो सेहत और सुविधा दोनों देती है। लेकिन जरूरत से ज्यादा पहनना या गलत तरीके से इस्तेमाल करना नुकसानदायक हो सकता है। समझदारी यही है कि भरोसेमंद ब्रांड चुनें और सीमित समय तक ही पहनें।