
दिल्ली पुलिस के सूत्रों के अनुसार, उमर पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा था। सूत्रों के अनुसार, पिछले कुछ दिनों में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी मॉड्यूल के प्रमुख सदस्य माने जाने वाले दो डॉक्टरों की गिरफ्तारी से “घबराहट” के बाद उसने प्रतिष्ठित लाल किले के पास विस्फोट किया।
Telegram का संदिग्ध रोल: इस मामले की जाँच में यह खुलासा हुआ है कि Telegram पर एक चैनल “Radical Doctor Group” नाम से बना था, जिसमें धमाके में शामिल होने वाले कुछ संदिग्ध डॉक्टरों के लिंक मिले हैं। इस चैनल ने आपस में बातचीत की थी, और कई संदिग्धों के बीच Telegram ग्रुप के माध्यम से संबंध और योजना बनी थी — जो यह संकेत देता है कि Telegram सिर्फ एक चैट प्लेटफ़ॉर्म नहीं, बल्कि साजिश का मंच बन चुका था।दुनिया भर में लाखों उपयोगकर्ताओं के लिए, टेलीग्राम किसी भी अन्य सुरक्षित सोशल मीडिया या मैसेजिंग ऐप की तरह ही है। लेकिन यह एन्क्रिप्टेड एप्लिकेशन, जो खुद को एक गोपनीयता-केंद्रित, सुरक्षित मैसेजिंग प्लेटफ़ॉर्म के रूप में स्थापित करता है, कथित तौर पर आतंकवाद, आपराधिक गतिविधियों, दुष्प्रचार, बाल यौन शोषण सामग्री और नस्लवादी उकसावे का अड्डा बनता जा रहा है।