
सेना ने बताया कि खुफिया इनपुट मिलने के बाद शुक्रवार शाम सुरक्षा बलों की एक संयुक्त टीम ने आतंकियों के खिलाफ अभियान शुरू किया था।
अधिकारियों ने बताया कि अभियान शुरू होते ही बलों ने इलाके में संदिग्ध गतिविधि देखी और घुसपैठ की कोशिश कर रहे आतंकियों को चुनौती दी। एक अधिकारी ने कहा, “जब आतंकियों को घेरा गया तो उन्होंने सुरक्षा बलों पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी और घेरा तोड़ने की कोशिश की।”
“07 नवम्बर 2025 को एजेंसियों से मिली विशेष खुफिया जानकारी के आधार पर केरन सेक्टर, कुपवाड़ा में घुसपैठ के प्रयास को लेकर एक संयुक्त अभियान शुरू किया गया। सतर्क सैनिकों ने संदिग्ध गतिविधि देखी और चुनौती दी, जिसके बाद आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग की। संपर्क स्थापित हुआ और आतंकियों को घेर लिया गया।”
सेना ने बताया कि जब घुसपैठिए आतंकवादी फंस गए, तो उनकी भागने की किसी भी कोशिश को रोकने के लिए सख्त घेरा बनाया गया और सुबह अभियान फिर से शुरू किया गया।
सेना ने कहा, “सुरक्षा बलों ने चल रहे अभियान में दो आतंकियों को ढेर कर दिया है। इलाके में तलाशी अभियान जारी है।”
सेना और सीमा सुरक्षा बल (BSF) का कहना है कि सीमा पार लॉन्चपैड पर आतंकवादी मौजूद हैं, जो सर्दियों से पहले घाटी में घुसपैठ की कोशिश में हैं।
आमतौर पर अक्टूबर और नवंबर के महीनों में घुसपैठ की घटनाएं बढ़ जाती हैं, क्योंकि बर्फबारी शुरू होने से पहले आतंकवादी घाटी में घुसने की कोशिश करते हैं। बर्फ जमने के बाद नियंत्रण रेखा (LoC) पर पहाड़ी दर्रे बंद हो जाते हैं और सीमा पार आना-जाना मुश्किल हो जाता है।