दिल्ली। जांच एजंसी ED ने देश में चल रहे PFI संगठन के खिलाफ ऑपरेशन ऑक्टोपस में एक चौंकाने वाला खुलासा किया है।कट्टरपंथी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के 15 राज्यों के 90 से ज्यादा ठिकानों पर 22 सितंबर को ED-NIA के साझा ऑपरेशन ऑक्टोपस के तहत देश भर में छापेमारी की गई थी। अब इस मामले में जांच एजेंसी ने एक बड़ा दावा किया है। केरला के कोझिकोड से गिरफ्तार PFI कार्यकर्ता शफीक पायथे के रिमांड नोट में ED ने बडा खुलासा किया है ED का कहना है कि पटना में 12 जुलाई को प्रधानमंत्री मोदी की रैली में हमला करने की साजिश की गई थी, जिसके फंडिंग में शफीक पायथे भी शामिल थे।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जांच एजेंसी ने कहा संगठन ने पीएम मोदी पर हमला करने के लिए एक ट्रेनिंग कैंप भी लगवाया था, जिससे 2013 जैसी घटना को अंजाम दिया जा सके। आपको बतादे कि अक्टूबर 2013 में पटना गांधी मैदान में भाजपा के स्टार प्रचारक नरेंद्र मोदी की रैली में सिलसिलेवार बम ब्लास्ट हुए थे। ठीक उसी तर्ज पर दोबारा प्रधानमंत्री मोदी को टारगेट करते हुए बम से उडाने की साजिश गई थी।
PFI का लक्ष्य भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाना
ED ने बताया कि PFI को खाड़ी देशों से फंडिंग मिलती है। संगठन को पैसे हवाला के जरिए आता है तथा अरब देशों में काम करने वाले मजदुरों के खातों से छोटी छोटी रकम भारत भेजी जाती है जिसपर खाता धारकों को मोटा कमीशन मिलता है। इस जरिये भारत तक खाड़ी देशों का अवैध पैसा पहुंचता है। जिसका प्रयोग कर PFI देश में कट्टरपंथ को बढ़ावा देती है। ED ने इस साल PFI के 120 करोड़ रुपए भी जब्त किए हैं। पायथे ने भी 40 लाख रुपए कतर से ट्रांसफर किए थे, जो गैर-कानूनी तरीके से भेजा गया था।
केरल के कोच्चि में NIA की ओर से दाखिल हलफनामें में कहा गया है कि इस्लामिक राष्ट्र बनाने के लिए PFI ने युवाओं को लश्कर और ISIS जैसे आतंकी संगठन जॉइन करने के लिए भी प्रोत्साहित किया जाता है।
2047 तक बनाना है भारत को इस्लामिक राष्ट्र
छापे के बाद पकड़े गए लोगों के पास से मिले दस्तावेज के मुताबिक संगठन का टारगेट हिन्दुस्तान की सत्ता हांसिल करना है। इसमें लिखा मिला कि 2047 में जब देश आजादी के 100 साल मना रहा होगा, तब तक भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाना है। इस दस्तावेज में ये भी लिखा है कि 10% मुस्लिम भी साथ दें, तो कायरों को घुटनों पर ला देंगे।