चल रहे थे पार्टी से मतभेद, अब उसी पार्टी ने बढ़ाया उनका पदभार, अशोक चौधरी बने JDU के महासचिव

हाल ही में अशोक चौधरी पार्टी नेतृत्व से नाराज नजर आए थे। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट के माध्यम से इशारों में तंज कसना शुरू कर दिया था, जिससे यह स्पष्ट होने लगा कि बिहार की सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। अशोक चौधरी के एक ट्वीट ने राजनीतिक माहौल को गरमा दिया था।

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नई दिल्ली : बिहार की सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के नेता अशोक चौधरी पार्टी नेतृत्व से अपनी नाराजगी के कारण चर्चा में थे। उन्होंने सोशल मीडिया पर इशारों में तंज कसने वाले पोस्ट किए, जिससे यह संकेत मिला कि पार्टी के भीतर सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। उनके एक ट्वीट ने राजनीतिक माहौल को गरमा दिया था।

हालांकि, अब अशोक चौधरी को पार्टी में एक नई जिम्मेदारी सौंपी गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उन्हें जेडीयू का राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त किया है। यह बदलाव उनके कद के बढ़ने का प्रतीक है और पार्टी में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को दर्शाता है।

पार्टी के नेतृत्व से नाराज़ थे अशोक

हाल ही में, अशोक चौधरी पार्टी नेतृत्व से नाराज नजर आए थे। ​उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट के जरिए इशारों में तंज करना शुरू कर दिया, जिससे यह महसूस होने लगा था कि बिहार की सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड में स्थिति ठीक नहीं है।​ अशोक चौधरी के एक ट्वीट ने राजनीतिक माहौल को गर्मा दिया था। उन्होंने ‘बढ़ती उम्र’ का जिक्र करते हुए इशारों में तंज कसा, जिसके कारण उन्हें सीएम हाउस बुलाया गया था।

एक्स पर पोस्ट की थी कविता

दरअसल, अशोक चौधरी के विवादित बयान सुर्खियों में रहे हैं। 31 अगस्त को उन्होंने भूमिहारों के बारे में एक विवादास्पद टिप्पणी की थी। ​चौधरी का कहना था कि वह भूमिहार जाति को अच्छी तरह से जानते हैं और जब लोकसभा चुनाव हुए, तो इस जाति के लोग नीतीश कुमार का साथ छोड़कर चले गए।​ उनकी इस टिप्पणी पर जनता दल यूनाइटेड (JDU) ने उनसे किनारा कर लिया था और उन्हें नसीहत भी दी थी।

अशोक चौधरी ने अपनी कविता का शीर्षक “बढ़ती उम्र में इन्हें छोड़ दीजिए” रखा था, जिसमें उन्होंने लिखा…

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