Crime News : मध्य प्रदेश के कटनी जीआरपी थाने का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें महिला थानेदार एक आरोपी की मां और उसके बेटे की पिटाई करती नजर आ रही हैं।
इस वीडियो में महिला थानेदार बुजुर्ग महिला (Crime News)पर लाठी चला रही हैं और महिला के पोते को भी लाठी से पीट रही हैं। यह घटना थाने के कमरे में लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गई। वीडियो वायरल होने के बाद रेल एसपी ने महिला थानेदार को हटा दिया है। अब आइए जानते हैं कि निलंबित थानेदार अरुणा वाहने कौन हैं। वे पिछले एक साल से जीआरपी में थानेदार के पद पर तैनात थीं।
वायरल हुआ वीडियो
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद, कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने भाजपा पर हमला किया और आरोप लगाया कि भाजपा दलित उत्पीड़न को अपना हथियार बना रही है। पटवारी ने लिखा कि कटनी जीआरपी ने झर्रा टिकुरिया के 15 वर्षीय बच्चे दीपराज और उसकी दादी कुसुम वंशकार को बेरहमी से पीटा। उन्होंने कहा कि पुलिस के छोटे-बड़े अधिकारी कानून और संविधान से ऊपर मानते हुए एक और दलित परिवार के साथ ऐसी बर्बरता कर रहे हैं।
आपको बता दें कि,अरुणा वाहने, जो पिछले एक साल से कटनी जीआरपी थाने में प्रभारी के रूप में कार्यरत थीं, ने एक आरोपी की मां कुसुम और उसके नाबालिग बेटे की पिटाई की थी। आरोपी का नाम दीपक वंशवार है, जो कई मामलों में वांछित अपराधी है। पुलिस ने दीपक के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए कुसुम और उसके पोते को हिरासत में लिया था।
कौन हैं अरूणा वाहने ?
वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर लेडी टीआई अरुणा वाहने की चर्चा शुरू हो गई है। अरुणा वाहने जबलपुर में भी लंबे समय तक तैनात रही हैं और पिछले एक साल से कटनी जीआरपी में कार्यरत थीं। जबलपुर में रहते हुए उन्होंने कई मिसाल पेश की थीं, लेकिन अब लाठीकांड के बाद वह चर्चा में आ गई हैं।
‘उड़ान’ सीरियल को देख वर्दी पहनने की जगी इच्छा
अरुणा वाहने ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि कुछ साल पहले उन्हें “उड़ान” सीरियल देखकर प्रेरणा मिली थी। इस सीरियल ने उन्हें खुद को ऊंचाइयों तक पहुंचाने की ठानी। उन्होंने वर्दी वाली नौकरी के बारे में भी सोचा और उसके लिए मेहनत की, जिसके बाद उन्होंने वर्दी वाली नौकरी प्राप्त की। उन्होंने यह भी कहा कि उनके परिवार का पूरा समर्थन उन्हें मिला और कभी भी लड़के और लड़की में भेदभाव नहीं किया गया।