क्या है ‘जमात-ए-इस्लामी’
जमात-ए-इस्लामी बांग्लादेश की एक कट्टरपंथी पार्टी है, जो कभी नहीं चाहती थी कि बांग्लादेश पाकिस्तान(Bangladesh Violence) से स्वतंत्र हो। बांग्लादेश की पहली मुजीबुर्रहमान सरकार के दौरान जमात-ए-इस्लामी पर प्रतिबंध लगना शुरू हो गया था। पार्टी पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की समर्थक रही है, इसलिए यह संभावना जताई जा रही है कि बांग्लादेश की नई सरकार में जमात-ए-इस्लामी भी शामिल हो सकती है। जमात-ए-इस्लामी की जड़ें भारत से जुड़ी हुई हैं, और इसकी स्थापना 1941 में ब्रिटिश शासन के दौरान अविभाजित भारत में की गई थी। जमात-ए-इस्लामी की देश विरोधी गतिविधियों को देखते हुए बांग्लादेश के चुनाव आयोग ने इसका पंजीकरण रद्द कर दिया था। इसके बाद से ही जमात-ए-इस्लामी ने शेख हसीना की सरकार का विरोध शुरू कर दिया था।
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