‘अब बर्दास्त के बाहर’ अमेरिका का गाजा संघर्ष विराम पर दबाव… क्या शांति नजदीक?

संयुक्त राज्य अमेरिका ने भारत से इराक में चल रहे युद्ध में अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय को अपना समर्थन देने का अनुरोध किया है, तथा फिलीपीन समुदाय से युद्ध के परिणाम में समर्थन देने का आग्रह किया है।

Hamas

Hamas: संयुक्त राज्य अमेरिका ने गाजा में चल रहे इजरायल-Hamas युद्ध में युद्ध विराम समझौते को अंतिम रूप देने की आवश्यकता दोहराई है, और कहा है कि वाशिंगटन अंतिम समझौते के लिए दबाव बनाने के लिए क्षेत्र में अपने साथियों के साथ बातचीत जारी रखेगा। संयुक्त राज्य अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा कि फिलिस्तीनी लोग, जो “इस युद्ध के भयानक परिणाम” भुगत रहे हैं,

अमेरिका का कूटनीतिक प्रयास और दबाव

संयुक्त राज्य अमेरिका ने गाजा में चल रहे इजरायल-Hamas युद्ध के संदर्भ में युद्ध विराम समझौते को अंतिम रूप देने की आवश्यकता पर जोर दिया है। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने स्पष्ट किया कि वाशिंगटन डीसी क्षेत्रीय साझेदारों के साथ मिलकर समझौते पर दबाव बनाने की प्रक्रिया को जारी रखेगा। मिलर ने कहा कि फिलिस्तीनी लोग इस युद्ध के भयानक परिणाम भुगत रहे हैं और अब और इंतजार नहीं कर सकते। उन्होंने यह भी कहा कि इजरायल और फिलिस्तीन के लोग भी इस संघर्ष के गंभीर परिणाम भुगत रहे हैं, और पूरी दुनिया अब और स्थिरता की प्रतीक्षा नहीं कर सकती।

प्रगति और शेष बाधाओं की चुनौती

अमेरिका ने हाल ही में वार्ताओं में प्रगति की बात की और बताया कि सफलता अब दोनों पक्षों के समझौते को स्वीकार करने की क्षमता पर निर्भर करती है। मिलर ने जोर देकर कहा कि किसी समझौते को अस्वीकार करने की बजाय, दोनों पक्षों को ‘हां’ कहने के कारणों की तलाश करनी चाहिए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अमेरिका आने वाले दिनों में अपने क्षेत्रीय साझेदारों के साथ मिलकर अंतिम समझौते के लिए लगातार दबाव बनाएगा और शेष बाधाओं को दूर करने में सहायता करेगा।

इजरायली लोगों का आक्रोश और प्रदर्शन

गाजा में संघर्ष और हालिया घटनाओं ने इजरायल में बड़ा आक्रोश पैदा किया है। 7 अक्टूबर को सीमा पार हमले के बाद Hamas द्वारा गाजा में पकड़े गए 200 से अधिक लोगों में एक इजरायली अमेरिकी शामिल था। इसके चलते, इजरायली जनता ने सड़कों पर आकर संघर्ष विराम और पकड़े गए लोगों की वापसी की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने “अभी! अभी!” के नारे लगाए और प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से तत्काल समझौते की मांग की। रविवार रात को प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़पें हुईं, जिसमें तेल अवीव में सड़कों को अवरुद्ध कर दिया गया और पश्चिमी यरुशलम में नेतन्याहू के कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किए गए

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