Kolkata Horror: कोलकाता के RG Kar मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक ट्रेनी डॉक्टर से बलात्कार और हत्या के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने स्वयं संज्ञान लिया है। इस मामले पर मंगलवार को अदालत सुनवाई करेगी। 20 अगस्त को शीर्ष अदालत की वेबसाइट पर अपलोड की गई वाद सूची के अनुसार, इस मामले पर मंगलवार को प्रधान न्यायाधीश डी.वाई. चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पीठ सुनवाई करेगी। साथ ही, सीबीआई ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के पूर्व प्राचार्य संदीप घोष से लंबी पूछताछ की मामले की जांच के लिए। कलकत्ता हाई कोर्ट ने हाल ही में कोलकाता पुलिस से मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी थी।
पूर्व प्राचार्य संदीप घोष से लंबी पूछताछ
जांच एजेंसी के एक अधिकारी के अनुसार, पूर्व प्राचार्य संदीप घोष रविवार को लगातार तीसरे दिन सीबीआई अधिकारियों के सामने पेश हुए। उनसे अस्पताल में घटना के पहले और बाद में किए गए फोन कॉल्स के बारे में जानकारी मांगी गई। सीबीआई अधिकारी ने बताया कि घोष की कॉल डिटेल्स और डेटा उपयोग की जानकारी प्राप्त करने के लिए मोबाइल सेवा प्रदाता से संपर्क करने पर विचार किया जा रहा है। इससे पहले शनिवार को, सीबीआई ने घोष से करीब 13 घंटे तक पूछताछ की थी।
घोष रविवार सुबह 11 बजे फिर से सॉल्ट लेक स्थित सीबीआई कार्यालय पहुंचे। अधिकारी ने कहा कि घोष से पूछने के लिए उनके पास सवालों की एक लंबी सूची है। घोष को डॉक्टर की मौत की सूचना मिलने के बाद की गई गतिविधियों और पीड़िता के माता-पिता को करीब तीन घंटे तक इंतजार कराने के कारणों के बारे में स्पष्ट करने के लिए कहा गया।
पुलिस अधिकारियों सहित 20 से अधिक लोगों से पूछताछ
अधिकारी ने बताया कि पूर्व प्राचार्य से यह भी पूछा गया कि घटना के बाद अस्पताल की आपातकालीन इमारत के संगोष्ठी कक्ष के पास कमरों की मरम्मत का आदेश किसने दिया था। सीबीआई इस बात की जांच कर रही है कि क्या अपराध के पीछे कोई साजिश थी या पहले से इसकी योजना बनाई गई थी।
घोष के जवाबों का मिलान उस रात ड्यूटी पर मौजूद अन्य डॉक्टरों और प्रशिक्षुओं के बयानों से किया जाएगा। सीबीआई ने अब तक कोलकाता पुलिस के कई अधिकारियों सहित 20 से अधिक लोगों से पूछताछ की है। घोष ने रविवार देर रात सीबीआई कार्यालय से निकलते समय मीडिया के सवालों का जवाब देने से इनकार कर दिया।
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ईस्ट बंगाल और मोहन बागान के समर्थकों ने मार्च निकाला
चिर प्रतिद्वंद्वी फुटबॉल क्लब ईस्ट बंगाल और मोहन बागान के समर्थक रविवार शाम Kolkata के साल्ट लेक स्टेडियम के पास एकत्र हुए और महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या की घटना के विरोध में प्रदर्शन किया। बारिश के बावजूद, सौ से अधिक समर्थक स्टेडियम के बाहर जमा हुए। डूरंड कप मैच, जो देश के दो प्रमुख फुटबॉल क्लबों के बीच होना था, कानून व्यवस्था से जुड़ी चिंताओं के चलते रद्द कर दिया गया था। दोनों क्लबों के समर्थकों ने पीड़ित परिवार के लिए न्याय की मांग करते हुए नारे लगाए। इस दौरान पुलिसकर्मी स्थिति पर नजर रखे हुए थे।
(Kolkata Horror) पुलिस की सोशल मीडिया पर नजर
(Kolkata Horror) पुलिस ने सोशल मीडिया पर फैल रही गलत सूचनाओं के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है, जिसे विपक्ष ने असहमति की आवाज को दबाने की कोशिश बताते हुए आलोचना की है। पुलिस ने महिला डॉक्टर की पहचान उजागर करने और अफवाह फैलाने के आरोप में भाजपा की पूर्व सांसद लॉकेट चटर्जी, तृणमूल कांग्रेस के सांसद सुखेंदु शेखर रॉय और दो अन्य डॉक्टरों को समन जारी किया है।
इसके अलावा, पुलिस ने 57 अन्य लोगों को भी समन जारी किया है, जिन पर पीड़िता की पहचान उजागर करने और फर्जी खबरें फैलाने का आरोप है। पूर्व भाजपा सांसद चटर्जी ने कहा कि उन्हें अभी तक कोई समन नहीं मिला है और उन्होंने जांच में तेजी लाने की सलाह दी है।
पुलिस ने कहा, फैल रही हैं अफवाहें
(Kolkata Horror) पुलिस आयुक्त विनीत गोयल ने शुक्रवार को कहा कि अफवाहें फैलने से उनकी जांच प्रभावित हुई है और कानून-व्यवस्था को खतरा पैदा हो गया है। नौ अगस्त को हुई वारदात के बाद, अगले दिन एक नागरिक स्वयंसेवक को गिरफ़्तार किया गया था। घटना के विरोध में चल रहे प्रदर्शनों के मद्देनजर, पुलिस ने आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पास निषेधाज्ञा लागू कर दी है, जिसके तहत 24 अगस्त तक पांच से अधिक लोगों के एकत्र होने पर प्रतिबंध है।
महिला डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के मामले में न्याय की मांग को लेकर पश्चिम बंगाल के सरकारी अस्पतालों में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल रविवार को भी जारी रही, जिससे स्वास्थ्य सेवाएं लगातार दसवें दिन प्रभावित हुईं।
OPD बंद होने के कारण मरीजों की संख्या कम
रविवार को सरकारी अस्पतालों में ओपीडी बंद होने के कारण मरीजों की संख्या कम हुई, लेकिन वरिष्ठ डॉक्टरों ने आपातकालीन सेवाएं जारी रखी। एक प्रदर्शनकारी डॉक्टर ने कहा कि वे स्वास्थ्य सेवाओं को बाधित करने के पक्ष में नहीं हैं और मरीजों की परेशानियों को जानते हैं, लेकिन बलात्कार और हत्या की घटना के विरोध में ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर के साथ प्रदर्शन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि वे अपना विरोध जारी रखेंगे जब तक उनकी साथी डॉक्टरों को न्याय नहीं मिलता और सरकार उनकी सुरक्षा के लिए ठोस उपाय नहीं करती।