NPS वात्सल्य योजना : भारत सरकार ने बच्चों के दीर्घकालिक वित्तीय सुरक्षा को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से एक नई पेंशन योजना एनपीएस वात्सल्य (NPS Vatsalya) का शुभारंभ किया है।
यह योजना 2024 के बजट में घोषित की गई थी, जिसे आज औपचारिक रूप से केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा दिल्ली में एक विशेष कार्यक्रम के दौरान लॉन्च किया जा रहा है। योजना का प्रमुख उद्देश्य अभिभावकों को अपने बच्चों के भविष्य के लिए वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित करने का एक सुविधाजनक विकल्प प्रदान करना है।
योजना की संरचना और प्रबंधन
इस योजना का प्रबंधन पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (PFRDA) द्वारा किया जाएगा। योजना के तहत, माता-पिता या अभिभावक अपने बच्चों के नाम पर पेंशन खाते में निवेश कर सकते हैं। इस निवेश से बच्चे के भविष्य के लिए एक स्थिर पेंशन फंड का निर्माण होगा। यह योजना उन अभिभावकों के लिए विशेष रूप से उपयोगी हो सकती है, जो अपने बच्चों के लिए वित्तीय योजना बनाना चाहते हैं, लेकिन उन्हें इसके लिए सही साधन और मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है।
न्यूनतम निवेश और वार्षिक अंशदान
एनपीएस वात्सल्य योजना में खाता खोलने के लिए न्यूनतम 1000 रुपये की प्रारंभिक राशि की आवश्यकता होगी। इसके बाद, अभिभावक या माता-पिता को हर साल बच्चे के खाते में कम से कम 1000 रुपये का अंशदान करना अनिवार्य होगा। हालांकि, इस खाते में जमा करने की अधिकतम सीमा नहीं है, जिससे पेरेंट्स अपने बच्चों के भविष्य के लिए जितनी चाहें उतनी राशि निवेश कर सकते हैं।
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18 साल के बाद मिलने वाले विकल्प
बच्चे के 18 साल के होने पर, एनपीएस वात्सल्य योजना को नॉन-NPS स्कीम में भी परिवर्तित किया जा सकता है। यह विकल्प माता-पिता और अभिभावकों को अधिक लचीलापन प्रदान करेगा, ताकि वे अपने बच्चे की वित्तीय आवश्यकताओं के अनुसार योजना में परिवर्तन कर सकें। यह योजना बच्चों के लिए एक दीर्घकालिक निवेश विकल्प प्रदान करती है, जिससे उनके आर्थिक भविष्य की सुरक्षा सुनिश्चित हो सकेगी।
योजना की प्रमुख विशेषताएँ
1. सरल निवेश प्रक्रिया : इस योजना में खाता खोलने के लिए केवल 1000 रुपये की राशि की आवश्यकता होती है, जो इसे हर परिवार के लिए सुलभ बनाता है।
2. वार्षिक अंशदान की न्यूनतम सीमा : माता-पिता को हर साल केवल 1000 रुपये का अंशदान करना होगा, जिससे यह योजना उन लोगों के लिए भी किफायती है जिनकी आय सीमित है।
3. लचीलेपन की सुविधा : बच्चे के 18 साल के होने पर योजना को नॉन-NPS स्कीम में परिवर्तित करने का विकल्प मिलता है।
एनपीएस वात्सल्य योजना को पेंशन सिस्टम में एक क्रांतिकारी कदम के रूप में देखा जा रहा है, जो बच्चों के भविष्य को वित्तीय रूप से मजबूत बनाने में सहायक होगी। एसबीआई पेंशन फंड प्लेटफार्म के अनुसार, इस योजना के माध्यम से न केवल माता-पिता अपने बच्चों के भविष्य के लिए निवेश कर सकेंगे, बल्कि यह योजना बच्चों को एक स्थिर और सुरक्षित आर्थिक आधार प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।