FLIPKART DEAL : iPhone 15 Pro Max जो आमतौर पर लाखों रुपये में बिकता है, एक व्यक्ति को महज 1400 रुपये में ऑर्डर करने का मौका मिला। सुनने में ये डील जितनी शानदार लग रही थी, असल में ये उतनी ही धोखाधड़ी निकली। ग्राहक ने फ्लिपकार्ट Flipkart, पर ये ऑफर देखकर झट से ऑर्डर कर दिया, लेकिन बाद में उसे निराशा ही हाथ लगी। ये मामला तब सुर्खियों में आया जब ग्राहक ने सोशल मीडिया पर अपनी आपबीती शेयर की।
Flipkart के सस्ते ऑफर का सच
दरअसल, ये ऑफर असल में एक गलती थी। फ्लिपकार्ट Flipkart पर किसी तकनीकी खामी या मानवीय त्रुटि के कारण iPhone 15 Pro Max को 1400 रुपये की अविश्वसनीय कीमत पर लिस्ट कर दिया गया। ऐसे में व्यक्ति ने इस मौके का फायदा उठाते हुए तुरंत ऑर्डर प्लेस कर दिया। लेकिन जब ऑर्डर की पुष्टि के बाद डिलीवरी का समय आया, तो फ्लिपकार्ट ने उस ऑर्डर को कैंसिल कर दिया और बताया कि यह एक तकनीकी गलती थी।
Flipkart की प्रतिक्रिया
फ्लिपकार्ट ने अपनी सफाई में कहा कि ये एक “प्राइसिंग एरर” थी और इस वजह से उन्हें ऑर्डर कैंसिल करना पड़ा। कंपनी ने यह भी बताया कि ग्राहक को किसी भी प्रकार का नुकसान न हो, इसके लिए उन्होंने उसे पूरी रकम वापस कर दी है। इसके साथ ही फ्लिपकार्ट ने माफी मांगते हुए कहा कि वे इस प्रकार की गलतियों को भविष्य में रोकने के लिए सतर्कता बरतेंगे।
ग्राहक की प्रतिक्रिया
जिस व्यक्ति ने iPhone 15 Pro Max का ऑर्डर किया था, उसने इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी जाहिर की। उसने लिखा कि कंपनी को अपनी गलती मानते हुए उन्हें फोन डिलीवर करना चाहिए था। हालाँकि, कुछ लोगों का यह भी मानना है कि यह पूरी तरह से ग्राहक की गलती नहीं है, लेकिन तकनीकी खामियों के चलते कंपनियों को ऐसे मामलों में सतर्क रहना चाहिए।
तकनीकी गड़बड़ियों पर सवाल
इस घटना ने ऑनलाइन शॉपिंग साइट्स पर होने वाली तकनीकी गड़बड़ियों और उनके निपटारे के तरीकों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। कई बार वेबसाइट्स पर प्रोडक्ट्स की कीमतें गलत लिस्ट हो जाती हैं, और ऐसे मामलों में ग्राहकों को नुकसान का सामना करना पड़ता है। हालांकि, फ्लिपकार्ट जैसी बड़ी कंपनियों से उम्मीद की जाती है कि वे ऐसे मामलों को उचित तरीके से सुलझाएं और ग्राहकों का विश्वास बनाए रखें।
ऑनलाइन शॉपिंग में सावधानी जरूरी
यह घटना उन लोगों के लिए एक सबक हो सकती है जो ऑनलाइन शॉपिंग करते समय केवल कम कीमत देखकर ऑर्डर करते हैं। कभी-कभी सस्ती डील्स के पीछे तकनीकी गड़बड़ियां होती हैं, जिनका खामियाजा ग्राहकों को भुगतना पड़ता है।