Prashant Veer Most Expensive Uncapped Player: कहते हैं कि अगर इरादों में दम हो और हाथों में हुनर, तो किस्मत के सितारे चमकते देर नहीं लगती। आईपीएल 2026 की नीलामी में कुछ ऐसा ही करिश्मा अमेठी के एक साधारण परिवार के लड़के ने कर दिखाया है। अमेठी के संग्रामपुर ब्लॉक के छोटे से गांव से निकले बाएं हाथ के स्पिनर Prashant Veer ने नीलामी के मैदान में ऐसी ‘गुगली’ फेंकी कि दिग्गज टीमें उनके पीछे हाथ धोकर पड़ गईं। 30 लाख रुपये के मामूली बेस प्राइस से शुरू हुआ सफर 14.20 करोड़ रुपये के जादुई आंकड़े पर जाकर थमा। चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) ने भारी भरकम बोली लगाकर प्रशांत को आईपीएल इतिहास का सबसे महंगा ‘अनकैप्ड’ खिलाड़ी बना दिया है।
अमेठी के लाल का ‘ग्लैमरस’ उदय
अमेठी, जिसे अक्सर राजनीतिक गलियारों के लिए जाना जाता था, आज एक युवा खिलाड़ी के संघर्ष और उसकी अनहोनी सफलता के लिए सुर्खियों में है। एक ‘शिक्षामित्र’ के बेटे Prashant Veer का यह सफर किसी फिल्मी पटकथा से कम नहीं है। 13 साल की उम्र में जब पहली बार गेंद थामी थी, तब शायद ही किसी ने सोचा था कि एक दिन पीली जर्सी पहनकर वे महेंद्र सिंह धोनी के मार्गदर्शन में खेलेंगे।
उनकी इस सफलता ने पूरे अमेठी को जश्न में डुबो दिया है। गांव की गलियों में ढोल-नगाड़ों की गूंज है, क्योंकि उनके अपने ‘लाल’ ने मिट्टी से उठकर करोड़ों के क्रिकेट साम्राज्य में अपनी जगह पक्की कर ली है।
क्यों लगी इतनी बड़ी बोली?
Prashant Veer सिर्फ अपनी फिरकी के लिए ही नहीं, बल्कि बड़े शॉट खेलने की काबिलियत के लिए भी जाने जाते हैं। उनके आंकड़े उनकी प्रतिभा की गवाही देते हैं:
-
ऑलराउंडर प्रदर्शन: टी-20 के 9 मैचों में 167.17 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए।
-
किफायती गेंदबाजी: महज 6.45 की इकोनॉमी से 12 विकेट झटके।
-
फिनिशर का रोल: निचले क्रम में आकर ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करने की क्षमता ने उन्हें CSK की पहली पसंद बना दिया।
26 मार्च से सजेगा आईपीएल का मंच
आईपीएल 2026 का आगाज़ 26 मार्च से होने जा रहा है, जो 31 मई तक चलेगा। हालांकि, गत विजेता रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के घरेलू मैदान ‘एम चिन्नास्वामी स्टेडियम’ को लेकर संशय बना हुआ है। पिछले दिनों हुई एक दुखद भगदड़ की घटना के बाद सुरक्षा कारणों से स्टेडियम की मेजबानी पर सवालिया निशान हैं। अगर सुरक्षा मंजूरी मिलती है, तो नियमों के मुताबिक सीजन का पहला मैच बेंगलुरु में ही होना चाहिए।
“मेरे लिए यह सिर्फ पैसा नहीं, बल्कि उन संघर्षों का इनाम है जो मेरे पिता और परिवार ने झेले हैं। मैं बस मैदान पर अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहता हूं।” — प्रशांत वीर
