शौर्य पर सियासत? चव्हाण ने सेना के वजूद पर उठाए सवाल, बोले- सिर्फ मिसाइलें जीतेंगी जंग! सैनिकों से कराओ दूसरा काम!

कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने भारतीय सेना के आकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि भविष्य के युद्ध हवाई शक्ति और मिसाइलों से लड़े जाएंगे। उन्होंने सुझाव दिया कि 15 लाख सैनिकों वाली बड़ी पैदल सेना के बजाय तकनीक पर ध्यान देकर सैनिकों को अन्य उपयोगी कार्यों में लगाना चाहिए।

Prithviraj Chavan

Prithviraj Chavan Armed Forces Controversy: पुणे में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण के एक बयान ने राजनीतिक गलियारे में हलचल मचा दी है। चव्हाण ने भारतीय सेना के विशाल आकार पर सवाल उठाते हुए कहा कि भविष्य के युद्ध अब जमीन पर नहीं, बल्कि हवा और मिसाइलों के जरिए लड़े जाएंगे। उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का उदाहरण देते हुए दावा किया कि आधुनिक युद्धों में पैदल सेना की भूमिका सीमित हो गई है, इसलिए देश को 12 से 15 लाख सैनिकों की इतनी बड़ी फौज की जरूरत नहीं है। उन्होंने सुझाव दिया कि इन सैनिकों को अन्य उत्पादक और उपयोगी कार्यों में लगाया जाना चाहिए। इस बयान के बाद भाजपा ने उन पर सशस्त्र बलों का अपमान करने का आरोप लगाते हुए तीखा हमला बोला है।

पृथ्वीराज चव्हाण के बयान के मुख्य बिंदु

Prithviraj Chavan ने अपनी दलीलों के समर्थन में निम्नलिखित तर्क पेश किए:

1. आधुनिक युद्ध का बदलता स्वरूप

चव्हाण के अनुसार, भविष्य के संघर्ष ‘मैन-टू-मैन’ यानी आमने-सामने की लड़ाई के बजाय तकनीक, हवाई शक्ति और मिसाइल क्षमता पर आधारित होंगे। उन्होंने कहा कि परमाणु संपन्न राष्ट्र होने के नाते दुनिया अब भारत और पाकिस्तान के बीच पूर्ण पैमाने पर जमीनी युद्ध की अनुमति नहीं देगी।

2. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का हवाला

उन्होंने हालिया सैन्य घटनाक्रम ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का उदाहरण दिया। चव्हाण ने दावा किया कि इस ऑपरेशन के दौरान भारतीय सेना की जमीनी टुकड़ियाँ एक किलोमीटर भी आगे नहीं बढ़ीं। उनके अनुसार, पूरी लड़ाई हवाई हमलों और मिसाइल दागने तक सीमित रही, जो यह दर्शाता है कि भविष्य में पैदल सेना (Infantry) की उपयोगिता कम हो रही है।

3. सैन्य संख्या पर सवाल

भारत और पाकिस्तान की सैन्य शक्ति की तुलना करते हुए उन्होंने कहा:

  • भारत: लगभग 12 लाख से 15 लाख सैनिक।

  • पाकिस्तान: लगभग 5 लाख से 6 लाख सैनिक।

Prithviraj Chavan ने तर्क दिया कि इतनी बड़ी सेना के रखरखाव के बजाय, सैनिकों के कौशल का उपयोग देश के अन्य क्षेत्रों में किया जाना चाहिए क्योंकि अब “हॉट वार” (जहाँ टैंक आमने-सामने हों) की संभावना न के बराबर है।

भाजपा का पलटवार: “सेना का अपमान कांग्रेस की पहचान”

Prithviraj Chavan के इस बयान पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा प्रवक्ताओं ने इसे सेना के मनोबल को गिराने वाला बताया।

  • सशस्त्र बलों का अपमान: भाजपा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता ने यह कहकर कि “भारत पहले दिन हार गया था” और “वायुसेना ग्राउंडेड थी”, भारतीय वीरों के बलिदान और शौर्य का अपमान किया है।

  • राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता: भाजपा नेताओं का कहना है कि इतने संवेदनशील मुद्दे पर इस तरह की टिप्पणी करना पड़ोसी देशों के प्रोपेगेंडा को हवा देने जैसा है।

ऑपरेशन सिंदूर क्या है?

‘ऑपरेशन सिंदूर’ मई 2025 में पहलगाम आतंकी हमले (जिसमें 26 नागरिक मारे गए थे) के जवाब में भारतीय सेना द्वारा शुरू किया गया एक जवाबी ऑपरेशन था। भारत ने दावा किया था कि इसमें 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए, जबकि हवाई संघर्ष के दौरान कुछ तकनीकी और सामरिक नुकसान की खबरें भी चर्चा में रहीं, जिन्हें चव्हाण ने अपने बयान का आधार बनाया।

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