नई दिल्ली। तमिलनाडू के मुख्यमंत्री के बेटे उदयनिधि स्टालिन के सनातन विरोधी बयान से सियासी भूचाल मच गया है..सनातन धर्म की तुलना डेंगू मलेरिया जैसी बीमारियों से करके उन्होंने एक नए विवाद को जन्म दिया है.. उनके इसी बयान को लेकर एक तरफ तमाम हिंदूवादी नेता और दल कांग्रेस को सवालों के घेरे में लेने की कोशिश कर रहे हैं, वहीँ कांग्रेस इसपर सफाई देने के बजाय, उनके बयान को एक तरीके से सही ठहराने के प्रयास में लगी है..सनातन की इसी लड़ाई में अब भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने की बात करने वाले बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री भी मैदान में कूद गए हैं.. उन्होंने सनातन को मिटाने वालों को रावण के खानदान का बताते हुए जोरदार हमला बोला है.. हालांकि उन्होंने स्टालिन का स्पष्ट तौर पर नाम नही लिया हालांकि उनका इशारा इसी तरफ माना जा रहा है..
धीरेंद्र शास्त्री ने बड़े ही हमलावर अंदाज में कहा कि यदि कोई सनातन धर्म के विषय में इस तरह की बातें करता है तो वे, ‘रावण के खानदान के लोग हैं’. इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा की यदि ऐसा भारत में रहने वाले किसी भारतीय ने कहा है तो उसने दुनियाभर के समस्त सनातनियों के दिल पर गहरी चोट पहुंचायी है. यह राम का देश है और राम के देश में जब तक इस भूमि पर सूर्य और जल रहेगा तब तक सनातन धर्म यूँही बना रहेगा, ऐसे बहुत लोग आए और बहुत लोग गए, सनातन धर्म अभी तक टिका हुआ है. ऐसे जानवरों को जवाब नहीं देना चाहिए.
आपको बता दें कि उदयनिधि स्टालिन के इस सनातन विरोधी बयान से हर तरफ सियासत गर्म हो है.. उनके इसी इसी बयान को लेकर दिल्ली पुलिस में दो अलग-अलग शिकायतें दर्ज की गई हैं. ये शिकायतें सुप्रीम कोर्ट के वकील विनीत जिंदल और हिंदू सेना प्रमुख विष्णु गुप्ता की तरफ से फ़ाइल करवाई गई हैं