नई दिल्ली। 2 अक्टूबर के दिन बंगाल सीएम एवं टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी केंद्र की बीजेपी सरकार को घेरने के लिए एक बड़े मास्टर प्लान की तैयारी कर रही हैं. राष्ट्रीय राजधानी में गांधी जयंती यानी 2 अक्टूबर को ममता बनर्जी सरकार के विरोध में एक बड़ी रैली करने का विचार बना रही हैं. इसके लिए इन्होंने दिल्ली पुलिस से परमिशन भी मांगी है. इसके लिए उन्होंने दिल्ली चलो का नारा भी दिया है, राजनीतिक गलियारों में खबर है कि, इसके जरिए ममता बनर्जी राष्ट्रीय राजनीति में एंट्री करना चाहती हैं.
‘अबार दिल्ली चोलो’ रखा कार्यक्रम का नाम
बता दें कि बंगाल की टीएमसी सरकार ने ये आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार बंगाल के विकास को रोकने का काम कर रही है. ऐसा राजनीतिक प्रतिशोध के चलते किया जा रहा है, हो सकता है इसके पिछे कोई राजनीतिक मकसद हो. इसी को लेकर ममता बनर्जी दिल्ली के रामलीला मैदान पर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने वाली हैं. कहा जा रहा है कि दिल्ली में प्रदर्शन करने का विचार ममता बनर्जी के भतीजे आभिषेक बनर्जी का है, अभिषेक टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव हैं और इस पूरे का कार्यक्रम इन्होंने ‘अबार दिल्ली चोलो’ रखा है.
अन्ना और किसान आंदोलन के तर्ज पर आंदोलन
गौरतलब है कि ममता बनर्जी दिल्ली रैली को इतना भव्य बनाना चाहती हैं कि लोगों को अन्ना आंदोलन और किसान आंदोलन की याद आ जाए. इसलिए उन्होंने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को अधिक से अधिक लोगों इससे जोड़ने के लिए कह रही हैं. उम्मीद जताई जा रही है कि अगर दिल्ली में इस आंदोलन की परमिशन मिलती है तो इसमें लाखों लोग शामिल हो सकते हैं.
परमिशन नहीं मिलने पर कोर्ट का रुख
इससे पहले भी दिल्ली में आंदोलन करने के लिए ममता बनर्जी दिल्ली पुलिस से परमिशन मांगी थी, लेकिन अनुमति नहीं मिलने के बाद ये कार्यक्रम नहीं हो सका. अगर ऐसे में इस बार भी दिल्ली पुलिस द्वारा अनुमति नहीं मिलती है, तो पार्टी कोर्ट का रूख करेगी. कई राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि इसके जरिए टीएमसी केंद्र की बीजेपी सरकार के साथ-साथ अपने सहयोगी गठबंधन इंडिया के दलों को भी टीएमसी की ताकत महसूस कराना चाहती है.