Noida News:स्टील ग्लास में सुतली बम फोड़ने से युवक की मौत,पुलिस ने की अपील,बच्चों को खतरनाक प्रयोगों से रोकें

नोएडा के छिजारसी कॉलोनी में दिवाली की रात एक युवक की मौत हो गई। उसने स्टील के ग्लास में सुतली बम फोड़ने की कोशिश की, जिससे ग्लास फट गया और टुकड़े लगने से वह गंभीर रूप से घायल हो गया।

Tragic Diwali accident in Noida firecracker mishap

Tragic Diwali Accident in Noida:उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर (नोएडा) में दीपावली की रात एक दर्दनाक घटना सामने आई। 20 वर्षीय शिवा नामक युवक ने पटाखे जलाने के दौरान कुछ नया करने की कोशिश की, जो उसके लिए जानलेवा साबित हुई। उसने स्टील के ग्लास के नीचे सुतली बम रखकर जलाया ताकि धमाके से ग्लास उछले, लेकिन तेज धमाके से ग्लास के टुकड़े उड़ गए और उसके शरीर में कई जगह घुस गए।

यह हादसा नोएडा सेक्टर-63 थाना क्षेत्र की छिजारसी कॉलोनी में सोमवार रात हुआ। घायल हालत में शिवा को फौरन फोर्टिस अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान मंगलवार सुबह उसकी मौत हो गई।

घटना के वक्त घर के पास ही फोड़ रहा था पटाखे

पुलिस के अनुसार, मृतक शिवा अपने माता-पिता और बहन के साथ बिलाल मस्जिद वाली गली में रहता था। उसके पिता विनोद और मां रुचि दोनों एक निजी कंपनी में नौकरी करते हैं। शिवा ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर रहा था। दीपावली की रात वह घर के पास ही एक खाली जगह पर पटाखे जला रहा था। कई बार सुतली बम फोड़ने के बाद जब उसने बम के ऊपर स्टील का गिलास रखकर विस्फोट किया, तो धमाका इतना तेज हुआ कि गि हुईलास के टुकड़े उसकी छाती और पेट में जा घुसे। पुलिस ने बताया कि उसके शरीर से काफी खून बह गया था, जिससे उसकी हालत गंभीर हो गई। बाद में अस्पताल में उसकी मौत हो गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

पुलिस ने माता-पिता को किया सचेत

पुलिस अधिकारियों ने कहा कि दिवाली पर बच्चे और युवा अक्सर कुछ अलग करने की कोशिश में जान जोखिम में डाल देते हैं। ऐसे हादसों को रोकने के लिए माता-पिता और बड़ों को सावधान रहना चाहिए और बच्चों को खतरनाक प्रयोग करने से रोकना चाहिए। उन्होंने अपील की कि ऐसे काम जानलेवा हो सकते हैं और स्थायी चोट या विकलांगता तक का कारण बन सकते हैं।

दिवाली पर झगड़े में रिटायर्ड फौजी की हत्या

नोएडा में पटाखे फोड़ने को लेकर एक और घटना सामने आई, जिसमें भतीजे ने अपने रिटायर्ड फौजी चाचा की हत्या कर दी। यह मामला दनकौर थाना क्षेत्र के मुतैना गांव का है। दिवाली की रात 11 बजे पटाखे फोड़ने को लेकर सतपाल (62) और उनके भतीजे सुभाष (37) के बीच झगड़ा हुआ। झगड़े के दौरान सुभाष और उसके परिवार ने मिलकर सतपाल की पिटाई कर दी। इसी दौरान सुभाष ने ईंट मार दी, जिससे सतपाल गंभीर रूप से घायल हो गए और अस्पताल में उनकी मौत हो गई। पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया है, जबकि दो आरोपी फरार हैं।

दिल्ली में झुलसने के 250 से ज्यादा मामले

इधर, दिल्ली के अस्पतालों में दिवाली की रात पटाखों से झुलसने के 250 से ज्यादा मामले दर्ज किए गए। सबसे ज्यादा 129 केस सफदरजंग अस्पताल में आए, जबकि एम्स में 55, जीटीबी में 37, डीडीयू में 16 और एलएनजेपी में 15 मामले सामने आए। अधिकांश मरीज पटाखों की चपेट में आने या जलने से घायल हुए।

दिवाली खुशियों और रोशनी का त्योहार है, लेकिन जरा सी लापरवाही इसे मातम में बदल सकती है। ऐसे हादसे इस बात की सीख देते हैं कि त्योहार मनाते वक्त सुरक्षा का ध्यान रखना सबसे जरूरी है।

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