यूक्रेन पर रूस के बढ़ते हमलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Narendra Modi) ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की(Volodymyr Zelenskyy) से फोन पर बात की और वहां के ताजा हालात जानें। प्रेसिडेंट ज़ेलेंस्की ने PM मोदी के साथ हुई बात-चीत के दौरान कहा कि यूक्रेनी क्षेत्रों पर रूस के अवैध कब्जे के प्रयास के निर्णय बेबुनियाद हैं, वो इस वास्तविकता को कभी नहीं बदल सकते।
कीव नहीं करेगा व्लादिमीर पुतिन से वार्तालाप
दरअसल, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ऐसी परिस्थितियों में, यूक्रेन रूसी संघ के राष्ट्रपति के साथ कोई समझौता नहीं करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि यूक्रेन हमेशा बातचीत के माध्यम से शांतिपूर्ण समाधान के लिए प्रतिबद्ध रहा है, लेकिन इस बार कीव रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ वार्ता नहीं करेगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने क्या कहा
आपको बता दें, इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने ज़ेलेंस्की के साथ एक फोन कॉल के दौरान कहा था कि रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच परमाणु सुविधाओं का खतरा पर्यावरण के लिए बुरा साबित हो सकता है।हालिया फोन कॉल के दौरान, प्रधान मंत्री ने अपना ठोस विश्वास व्यक्त किया कि वॉर का कोई सैन्य समाधान नहीं हो सकता है और किसी भी शांति प्रयासों में योगदान करने के लिए भारत हर संभव प्रयास कर रहा है । उन्होंने फिर से शत्रुता की समाप्ति और कूटनीति के मार्ग को आगे बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया।
जानिए वॉर का कारण
गौरतलब है कि रूस-यूक्रेन के क्षेत्र का 15 प्रतिशत हिस्सा हथिया चुका है। जिसमें लुहांस्क, दोनेत्स्क, जापोरिज्जिया और खेरसॉ शामिल हैं। रूस¬-यूक्रेन वॉर की वैसे तो कई वजह थीं लेकिन एक सबसे बड़ी वजह यूक्रेन का नाटो का हिस्सा बनना था। जो रूस के लिए बहुत खतरनाक साबित होता, क्योंकि रूस और यूक्रेन के बॉर्डर के कारण अमेरिका का रूस पर हमला करना आसान हो जाता।