लखनऊ। यूपी में विपक्षी महागठबंधन I.N.D.I.A. को लेकर बात बिगड़ती हुई नजर आ रही थी. लेकिन अब विपक्षी दलों के समर्थकों के लिए बड़ी खबर सामने आई है. दरअसल राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी सपा और देश की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस एक साथ आ सकते हैं. अखिलेश यादव ने ये साफ किया है कि, कांग्रेस के साथ गठबंधन होगा, जल्द गठबंधन होगा. गठबंधन होने में कोई दिक्कत नहीं है. इसको लेकर जल्द ही दोनों पार्टियों की तरफ साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस होगी. सूत्रों की माने तो यूपी में सपा कांग्रेस को 17 सीटें देगी. कांग्रेस की तरफ से अविनाश पांडे और सपा की तरफ से प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र चौधरी प्रेस कॉन्फ्रेंस में हिस्सा लेंगे.
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32 सीटों पर सपा ने उतारे अपने प्रत्याशी
आगामी आम चुनाव के लिए सभी राजनीतिक पार्टियों ने अपनी कमर कस ली है. इस आम चुनाव में यूपी राज्य का खास असर पड़ता है, दरअसल यहां से देश की सबसे ज्यादा लोकसभा सीटें निकलती हैं. 80 लोकसभा सीटों पर यूपी में चुनावी ताल ठोकें जाते हैं, जो कि निश्चित तौर पर आम चुनावों पर अपना बड़ा असर डालते हैं. यही वजह है कि विपक्षी महागठबंधन ने इस राज्य को गंभीरता से लेते हुए अपनी रणनीति बनाई थी. लेकिन विपक्षी महागठबंधन की दो सबसे महत्वपूर्ण पार्टी कांग्रेस और सपा के बीच चुनावी पेंच फंसता हुआ दिखाई दे रहा था. सपा की तरफ से यहां पर अब तक कुल 32 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम का ऐलान किया जा चुका है.
इसलिए दोनों दलों के बीच बिगड़ रही थी बात
यूपी राजनीति के जानकार बताते हैं कि राज्य में कांग्रेस और सपा में सीटों की संख्या को लेकर बात नहीं बन पा रही थी. जहां एक ओर सपा मुखिया अखिलेश यादव कांग्रेस को 17 सीटों का ऑफर दिया था, वहीं कांग्रेस यहां पर कम से कम 20 सीटें मांग रही थी. खास बात ये है कि कुछ महत्वपूर्ण सीटों को भी दोनों दलें नहीं छोड़ना जा रही हैं, जिसकी वजह से दोनों दलों के बीच बात बिगड़ती हुई नजर आ रही थी. सूत्रों की माने तो कांग्रेस को वाराणसी, राजयबरेली, अमेठी, अमरोहा, गौतम बुद्ध नगर, सहारनपुर, बागपत, गाजियाबाद, महाराजगंज, कैसरगंज, सीतापुर, कानपुर, बाराबंकी, झांसी, हाथरस, सीकरी, फतेहपुर और बुलंदशहर शहर का ऑफर हुआ है.