Deoria: उत्तर प्रदेश के देवरिया में बुधवार को जनता दर्शन में जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह और सिविल कोर्ट बार एशोसिएशन के अध्यक्ष सिंहासन गिरी के बीच झगड़े के बाद कचहरी पुलिस छावनी में हंगामा हुआ।
क्यों हुआ विवाद
बुधवार को देवरिया कलेक्ट्रेट में जिलाधिकारी और अधिवक्ताओं के बीच जमकर बहस हुई। वकील की निजी जमीन पर बनाई गई सड़क के मामले को लेकर अधिवक्ता डीएम से मिलने गए। अधिवक्ताओं ने बताया कि डीएम अखंड प्रताप सिंह ने इस दौरान वकीलों से दुर्व्यवहार किया और उनसे चैंबर से बाहर जाने की मांग की। इससे अधिवक्ता क्रोधित हो गए और भारी शोर मचाया। जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सिंहासन गिरी ने बाद में अधिवक्ताओं की बैठक की अध्यक्षता की। इसमें वकीलों ने डीएम का तबादला न होने तक न्यायिक सेवा से दूर रहने का निर्णय लिया।
➡️ वकीलों और DM में हुई काफी नोक-झोक
➡️ वकीलों ने DM कार्यालय पर किया हंगामा
➡️ कलेक्ट्रेट परिसर पुलिस छावनी में तब्दील
➡️ किसी काम को लेकर DM से मिलने पहुंचे थे वकील
➡️ कलेक्ट्रेट परिसर में हुआ मामला। pic.twitter.com/YxtgQLiJWK
— Mayank Tiwari 🇮🇳 (@imayanktiwari_) June 19, 2024
सिविल बार एशोसिएशन के अध्यक्ष सिंहासन गिरी ने बताया कि पीडब्ल्यूडी ने बरहज तहसील क्षेत्र के ग्राम पुरैना शुक्ल निवासी अधिवक्ता जय शिव शुक्ल की जमीन पर सड़क बनाई है। शुक्ल का मत है कि पीडब्ल्यूडी ने अपनी जमीन के कुछ हिस्सों में सड़क बनाई है। जनता दर्शन में वे अपने समूह के कुछ लोगों के साथ जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह से मिलने गए।
डीएम ने की बदतमीजी
श्री गिरी ने बताया कि एक बार फिर से उस जमीन की पैमाईश कराने की खबर सुनते ही जिलाधिकारी भड़क गए और वकीलों को चेम्बर से बाहर जाने को कहा। वकील अन्य वकीलों को इसकी सूचना मिलते ही डीएम चेम्बर में प्रदर्शन करने लगे और जिलाधिकारी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कचहरी में हंगामा होने की खबर मिलते ही पूरी कचहरी पुलिस छावनी बन गई।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और महामहिम राज्यपाल को इस घटना की जानकारी दी गई है। वकील जिलाधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं,