Mexico Judicial Reform: मेक्सिको में न्यायिक प्रणाली में बड़ा बदलाव लाने के लिए एक नया बिल पेश किया गया है। इस बिल के अनुसार, अब नागरिकों को वोटिंग के माध्यम से तय करने का अधिकार मिलेगा कि कौन व्यक्ति अदालत में जज के पद पर नियुक्त होगा। यह प्रस्ताव सरकार का एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, जिसका उद्देश्य न्यायिक प्रणाली में पारदर्शिता और जनता की भागीदारी को बढ़ावा देना है।
संसद में विरोध प्रदर्शन की शुरुआत
नए न्यायिक सुधार बिल के विरोध में Mexico की संसद के बाहर हजारों लोग इकट्ठा हो गए। प्रदर्शनकारियों ने बिल के खिलाफ विरोध दर्ज कराने के लिए संसद भवन में घुसकर विरोध प्रदर्शन किया। उनका तर्क है कि इस बिल से न्यायिक स्वतंत्रता पर असर पड़ेगा और राजनीतिक प्रभाव के चलते न्याय की निष्पक्षता पर सवाल उठ सकते हैं।
विरोध प्रदर्शन के दौरान तोड़फोड़
प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन में घुसकर जमकर तोड़फोड़ की। उन्होंने खिड़कियां और दरवाजे तोड़े, सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया और वहां मौजूद सुरक्षा बलों से भी भिड़ गए। इस हिंसक प्रदर्शन में कई लोग घायल हुए हैं, जिनमें प्रदर्शनकारी और पुलिसकर्मी शामिल हैं। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया, लेकिन स्थिति को पूरी तरह से काबू में लाना मुश्किल हो गया।
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सरकारी प्रतिक्रिया और सुरक्षा इंतजाम
संसद में हुए इस उपद्रव के बाद, सरकार ने स्थिति को संभालने के लिए सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी है। राष्ट्रपति ने शांति बनाए रखने की अपील की और कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए कड़े कदम उठाने की बात की। सरकार का कहना है कि न्यायिक सुधार बिल को लागू करना देश की न्यायिक प्रणाली के लिए फायदेमंद होगा और यह जनमत की भावना को भी दर्शाता है।
निष्कर्ष
Mexico में न्यायिक सुधार के इस प्रस्ताव ने न केवल राजनीतिक विवाद को जन्म दिया है, बल्कि देश में कानून-व्यवस्था की स्थिति को भी चुनौती दी है। न्यायिक सुधार के समर्थक इसे न्यायिक प्रणाली में सुधार का एक अहम कदम मानते हैं, जबकि विरोधी इसे न्याय की स्वतंत्रता के लिए खतरा मानते हैं। स्थिति अभी भी तनावपूर्ण बनी हुई है और देखने वाली बात होगी कि यह विवाद कैसे सुलझता है।