पीरियड्स के बाद हाइट पर असर क्यों पड़ता हैं ,और बच्ची को हार्मोनल दवाई न दें, हाइट बढ़ाने के लिए करें ये काम

अरे भई आपकी लड़की को तो पीरियड्स शुरू हो गए । इसको जितना बढ़ना था बढ़ ली अब तो हाइट बढ़ेगी नहीं ,लड़की आपकी हाइट में छोटी रह गयी। कर भी क्या सकते है पीरियड्स जो हो गए। ये सब तो सभी लड़कियों और उनके पेरेंट्स को हमेशा से सुनना आ रहा है आपने भी कभी न कभी अपनी जिंदिगी में जरूर सुना ही होगा। पीरियड्स का आना यानि हाइट पर फुलस्टॉप। पर एक बात है कुछ लड़कियों की हाइट पीरियड्स के बाद भी बढ़ ही जाती है ऐसा क्यों। दूसरी तरफ आपने भी सुना होगा की पीरियड्स के बाद हाइट रुक जाती है अरे भई मैने भी सुना है। पर लंबाई न बढ़ने को लेकर विशेषज्ञ डॉक्टर कुछ अलग ही कहते है डॉक्टर्स का कहना है कि पीरियड्स के बाद हाइट न बढ़ना ,ये थोड़ा सच है, लेकिन ये पूरी तरह से सच नहीं है जितना इसको बढ़ा-चढ़ाकर मान लिया जाता है। 

माना पीरियड्स के बाद एस्ट्रोजन हार्मोन आने से हाइट पर असर पड़ता है, और इससे स्टैंडर्ड हाइट कुछ कम हो सकती है. लेकिन क्या आपको ये पता है कि छोटी बच्च‍ियों में एस्ट्रोजन का लेवल अचानक इतना भी नहीं बढ़ता कि उनकी हाइट पर बहुत ज्यादा असर डाले।इसलिए हाइट को लेकर पेरेंट्स को जागरूक होना चाहिऐ न कि इससे डरना चाहिए। तो ऐसा बिलकुल भी नहीं है कि पीरियड्स के बाद लड़कियों की हाइट नहीं बढ़ेगी। जी बिलकुल सही सुना आपने पीरियड्स के बाद भी लड़कियों की हाइट बढ़ती है। चलो तो आज जानते है कि एक्सपर्ट क्या कहते है हाइट न बढ़ने पर। एक्सपर्ट्स का कहना है कि बेसिकली बच्चे की हाइट पेरेंट्स की हाइट पर डिपेंड करती है और इसके अलावा सबसे ज्यादा जरूरी है कि उनकी डाइट।

पेरेंट्स डरे नहीं

पेरेंट्स को अपनी बच्ची की डाइट इस तरह प्लान करनी चाहिए जिससे उनका वेट न बढ़े.और उनको हाई प्रोटीन और कैल्श‍ियम युक्त डाइट मिले , साथ ही स्ट्रेचिंग और स्व‍िमिंग जैसी एक्सरसाइज जरूर करवानी चाहिए। इसके अलावा एक्सपर्ट ये भी कहते है कि पीरियड्स शुरू होने के बाद दो साल तक एस्ट्रोजन का लेवल इतना नहीं बढ़ता जो बच्चों की हाइट न बढ़ने दे। यानि दो साल तक बच्चे को स्ट्रेचिंग और हाइट ग्रोथ के लिए पूरी तरह तैयार करें और हां बच्चे के पोषण का पूरा ध्यान रखें ताकि वो मोटे न हो। क्योकि मोटापा एस्ट्रोजन बढ़ने की सबसे बड़ी वजह है

और हाँ सबसे जरूरी बात माता-पिता को किसी के बहकावे में आकर बच्चों को किसी भी तरह की हार्मोनल दवाएं नहीं देनी चाहिए. विदेशों में ऐसे भी कई मामले देखे गए हैं जिसमे पेरेंट्स एस्ट्रोजन लेवल को कम करने के लिए हार्मोनल दवा देते हैं,जिससे शरीर का नेचुरल हार्मोन लेवल गड़बड़ हो जाता है, जिससे कई तरह की समस्याएं पैदा हो सकती हैं. इसलिए नेचुरल डाइट और एक्सरसाइज के जरिये ही हार्मोंस को कंट्रोल में रखने की कोश‍िश की जानी चाहिए..चलो अभी के लिए मैं आपसे अलविदा लेती हूँ और मिलती हूँ ऐसी ही नई जानकारियों के साथ।   .

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