Yamuna Water Level Rising: राजधानी में बाढ़ का खतरा बढ़ा,दिल्ली सचिवालय के पास तक पहुंचा पानी

दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। सचिवालय तक पानी भरने से हालात गंभीर हैं। 138 ट्रेनें प्रभावित हुईं, बसें कम हो गईं और 8,000 से ज्यादा लोग सुरक्षित कैंपों में शिफ्ट किए गए।

Yamuna water level rising in Delhi

Yamuna Water Level Rising: दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर लगातार खतरे की रेखा के करीब बना हुआ है। गुरुवार सुबह सात बजे पुराने रेलवे पुल पर जलस्तर 207.48 मीटर दर्ज किया गया। अधिकारियों के मुताबिक, देर रात से सुबह तक जलस्तर लगभग स्थिर रहा। हालांकि, निचले इलाकों में पानी भरने से हजारों लोग प्रभावित हुए हैं।

दिल्ली सचिवालय और आस-पास में पानी

बाढ़ का पानी दिल्ली सचिवालय तक पहुंच गया है, जहां मुख्यमंत्री और कैबिनेट मंत्रियों के दफ्तर हैं। वासुदेव घाट और कश्मीरी गेट स्थित श्री मरघट वाले हनुमान मंदिर तक भी पानी घुस चुका है।

रेलवे सेवाएं प्रभावित

पुराना लोहे का पुल बंद होने से रेल यातायात पर बड़ा असर पड़ा है। उत्तर रेलवे के अनुसार, कुल 138 ट्रेन सेवाएं प्रभावित हुईं। इनमें से 54 ट्रेनें रद्द की गईं, 43 को डायवर्ट किया गया और 20 को छोटे रूट पर चलाया गया। इसके अलावा 21 ट्रेनें अपने गंतव्य से पहले ही रोक दी गईं। प्रभावित रूटों में दिल्ली-गाजियाबाद, दिल्ली-पानीपत, दिल्ली-हरिद्वार और दिल्ली-सहारनपुर जैसी लाइनें शामिल हैं।

बस सेवाओं पर असर

भारी बारिश और भूस्खलन के कारण दिल्ली से पंजाब, उत्तराखंड और हिमाचल जाने वाली बस सेवाएं भी कम हो गई हैं। कश्मीरी गेट और आनंद विहार बस अड्डों से कम बसें रवाना हो रही हैं। यात्रियों को जानकारी के लिए हेल्पलाइन नंबरों पर कॉल करना पड़ रहा है।

8,000 लोग प्रभावित

दिल्ली में अब तक करीब आठ हजार लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। इन्हें अस्थायी कैंपों में शिफ्ट किया गया है। मुंगेशपुर नाले का बांध टूटने से नजफगढ़ और द्वारका के कई इलाकों में पानी भर गया है। केवल इस क्षेत्र से ही दो हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया।

एनडीआरएफ और बचाव कार्य

एनडीआरएफ की टीमें मयूर विहार, बदरपुर, जैतपुर और यमुना बाजार जैसे संवेदनशील इलाकों में तैनात हैं। यमुना बाजार में 5 से 6 फुट पानी भर गया है। निगमबोध घाट में भी बाढ़ का पानी पहुंचने से अंतिम संस्कार की प्रक्रिया अस्थायी रूप से रोक दी गई है।

सरकार का दावा

दिल्ली के सिंचाई मंत्री प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने हालात का जायजा लेने के बाद भरोसा दिलाया कि स्थिति नियंत्रण में है। उन्होंने कहा कि इस साल यमुना की वहन क्षमता बढ़ाई गई है, जिससे 2023 जैसी बाढ़ की स्थिति नहीं बनेगी।

ट्रैफिक डायवर्जन

यमुना का पानी वासुदेव घाट तक पहुंचने से बाहरी रिंग रोड और आसपास के इलाकों में ट्रैफिक डायवर्ट किया गया है। सिग्नेचर ब्रिज और आईपी कॉलेज रेड लाइट के पास भी वाहनों की आवाजाही पर असर पड़ा है।

दिल्ली में यमुना का बढ़ता जलस्तर कई इलाकों में परेशानी पैदा कर रहा है। रेल और बस सेवाएं बाधित हुई हैं, हजारों लोग कैंपों में शिफ्ट किए गए हैं। हालांकि, सरकार ने हालात को काबू में बताया है।

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