SO Mamta Singh News: उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में एक कथित पुलिस मुठभेड़ (Fake Police Encounter) का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। मुरसान थाना प्रभारी, सब इंस्पेक्टर (SO) ममता सिंह और एंटी थेफ्ट टीम के प्रभारी इंस्पेक्टर मुकेश कुमार को कर्तव्यपालन में लापरवाही बरतने और एक निर्दोष व्यक्ति को फर्जी मुठभेड़ में फंसाने के आरोप में पुलिस अधीक्षक (SP) चिरंजीव नाथ सिन्हा ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
यह कार्रवाई तब हुई जब 10 अक्टूबर को मुरसान पुलिस द्वारा की गई एक मुठभेड़ में एक युवक ओमवीर सिंह उर्फ सोनू को गोली मार दी गई थी और उसके साथी को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने दावा किया था कि दोनों युवक एक व्यापारी के घर लूट के प्रयास में शामिल थे, लेकिन ओमवीर के परिजनों और स्थानीय लोगों ने इस मुठभेड़ को फर्जी बताया, जिसके बाद से ही यह मामला गरमा गया था। परिजनों का आरोप है कि ओमवीर खेती करता है और खाद बीज व्यापारी अमित अग्रवाल को खाद के लिए एडवांस पैसा दिया था, जिस सिलसिले में वह व्यापारी के घर गया था।
मुठभेड़ के दूसरे ही दिन 11 अक्टूबर को सैकड़ों की संख्या में स्थानीय लोगों और परिजनों ने थाने का घेराव कर पुलिस पर झूठे केस में फंसाने का आरोप लगाते हुए मुठभेड़ को फर्जी बताया था। इस दौरान तत्कालीन थाना प्रभारी ममता सिंह से उनकी तीखी नोकझोंक भी हुई थी। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए राजनीतिक दलों ने भी इसमें दखल दिया। समाजवादी पार्टी (सपा) सांसद रामजीलाल सुमन ने पुलिस की कार्रवाई को गलत बताते हुए इसे फर्जी मुठभेड़ करार दिया और दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की। राष्ट्रीय लोक दल (RLD) के विधायक और पूर्व विधायक ने भी जिलाधिकारी राहुल पांडे से मिलकर कार्रवाई की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा था।
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शिकायत के बाद, घायल ओमवीर सिंह के परिजनों ने डीआईजी अलीगढ़ और एसपी हाथरस चिरंजीव नाथ सिन्हा से मुलाकात कर पूरी घटना से अवगत कराया। शुरुआती जांच के बाद, एसपी हाथरस ने पहले तो थाना प्रभारी ममता सिंह का तबादला कर उन्हें परिवार परामर्श केंद्र का प्रभारी बना दिया था, लेकिन जब मामला और गरमाया और पुलिस की किरकिरी होने लगी, तो एसपी ने कठोर कदम उठाते हुए तत्कालीन थानाध्यक्ष उनि ममता सिंह और प्रभारी एंटी थेफ्ट टीम निरीक्षक मुकेश कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। एसपी चिरंजीव नाथ सिन्हा ने बताया कि विवेचनात्मक कार्रवाई के दौरान द्वितीय पक्ष की गिरफ्तारी के प्रकरण में लापरवाही बरतने के आरोप में यह कार्रवाई की गई है।
चर्चा में रहीं मुरसान थाना प्रभारी SO Mamta Singh मूल रूप से मेरठ की निवासी हैं। उनके पति इंजीनियर हैं और उनके दो बच्चे हैं। हाथरस जिले में वह चंदपा, महिला थाना और सदर कोतवाली में बतौर एसएसआई भी सेवाएं दे चुकी हैं, जिसके बाद SO Mamta Singh की पोस्टिंग मुरसान थाने में हुई थी। यह पूरा मामला पुलिस पर लगे फर्जी एनकाउंटर के आरोपों के बीच जिले की सियासत में गर्माहट बनाए हुए है। (430 शब्द)