UP STF encounter: उत्तर प्रदेश में अपराधियों के खिलाफ योगी सरकार का एक्शन जारी है। इसी क्रम में, एसटीएफ मेरठ यूनिट ने मुरादाबाद पुलिस के साथ एक संयुक्त ऑपरेशन में सोमवार रात को कुख्यात गैंगस्टर आसिफ उर्फ टिड्डा और उसके साथी दीनू को मार गिराया। आसिफ टिड्डा पर एक लाख और दीनू पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था। दोनों बदमाशों ने हाल ही में मुरादाबाद के प्रॉपर्टी कारोबारी हाजी जफर से एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी थी, और रकम न देने पर उनके घर पर फायरिंग कर जानलेवा हमला भी किया था।
यह गैंग पश्चिमी यूपी के मेरठ, गाजियाबाद, बुलंदशहर, अलीगढ़, हापुड़, मुरादाबाद, मुजफ्फर नगर समेत पड़ोसी राज्यों उत्तराखंड, दिल्ली और हरियाणा में लूट, हत्या और डकैती जैसी दर्जनों वारदातों को अंजाम देने के लिए जाना जाता था।
यूपी–
मुरादाबाद में एनकाउंटर, 1 लाख का इनामी आसिफ टिड्ढा और 50 हजार का इनामी दीनू मारे गए। SSP सतपाल अंतिल की बुलेटप्रूफ जैकेट में गोली लगी है। ये मुरादाबाद पुलिस और मेरठ STF का ज्वाइंट ऑपरेशन था। pic.twitter.com/zul9aNQr8h— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) November 10, 2025
कौन था आसिफ टिड्डा?
मुठभेड़ में ढेर हुआ आसिफ उर्फ टिड्डा मूल रूप से गाजियाबाद जिले के गांव कलछीना का रहने वाला था, लेकिन पिता की मौत के बाद वह परिवार के साथ मेरठ के रसीद नगर में रहने लगा। आठवीं तक की शिक्षा प्राप्त करने वाला आसिफ बचपन से ही आपराधिक गतिविधियों में शामिल हो गया था।
UP STF; पुलिस के अनुसार, 2005 में उसके खिलाफ ब्रह्मपुरी थाने में चोरी का पहला मुकदमा दर्ज हुआ। इसके बाद उसने अपने जैसे कुछ लड़कों को साथ लेकर ‘टिड्डा गैंग’ बनाया। इस गैंग ने पश्चिमी यूपी और पड़ोसी राज्यों में लूटपाट, हत्या, डकैती, और अपहरण जैसी संगीन वारदातों को अंजाम दिया। 2013 में मेरठ पुलिस ने उसकी हिस्ट्रीशीट खोली थी। उस पर अकेले 65 मुकदमे दर्ज थे।
टिड्डा और दीनू का आतंक
आसिफ टिड्डा और दीनू पश्चिमी यूपी के कई जिलों और चार राज्यों में दहशत का कारण बने हुए थे।
- अपहरण और हत्या: मार्च 2020 में मुजफ्फरनगर में इस गैंग ने लूटपाट के दौरान दो भाइयों का अपहरण किया था, जिसमें से एक भाई को मारकर फेंक दिया था। मारे गए भाई की दो दिन बाद शादी होनी थी।
- डकैती की वारदातें: गैंग ने 2022 में अलीगढ़ में एक मकान से 10 लाख और 2013 में पानीपत में एक परिवार को बंधक बनाकर 40 लाख की बड़ी डकैती को अंजाम दिया था।
- कुल मुकदमे: आसिफ टिड्डा (65) और दीनू (25) पर उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली और हरियाणा में कुल मिलाकर 90 आपराधिक मुकदमे दर्ज थे।
रंगदारी मांगने पर एसटीएफ का शिकंजा
आसिफ टिड्डा और दीनू मुरादाबाद के प्रॉपर्टी कारोबारी हाजी जफर से एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांग रहे थे। धमकी के बाद आसिफ खुद हाजी जफर के ऑफिस पहुंचा और हथियारों के बल पर दो लाख रुपये और अन्य सामान लूटकर ले गया था। बाद में, रकम न देने पर 27 सितंबर 2025 को गैंग ने कारोबारी के घर पर फायरिंग भी की थी। इस मामले में कटघर थाने में मुकदमा दर्ज होने के बाद एडीजी बरेली जोन ने आसिफ पर एक लाख और दीनू पर 50 हजार का इनाम घोषित किया था।
इनाम घोषित होने के बाद UP STF और मुरादाबाद पुलिस सक्रिय हो गई। सोमवार रात मुरादाबाद के भोजपुर क्षेत्र में हुई मुठभेड़ के दौरान दोनों तरफ से गोलीबारी हुई, जिसमें आसिफ और दीनू मारे गए। इस मुठभेड़ में एसएसपी मुरादाबाद सतपाल अंतिल और एसटीएफ के एएसपी ब्रजेश सिंह की बुलेट प्रूफ जैकेट में भी गोलियां लगीं। पुलिस ने आरोपियों से एक कारबाइन और तीन पिस्टल समेत कारतूस बरामद किए हैं।










