Khatauni Varasat Update: खतौनी और वरासत को लेकर योगी सरकार का बड़ा फैसला,सरकार ने बदली अंश निर्धारण की व्यवस्था

योगी सरकार ने खतौनी और वरासत से जुड़ी बड़ी राहत दी है। अब प्रदेश में ग्रामवार नहीं, बल्कि गाटावार अंश निर्धारण की नई व्यवस्था लागू होगी, जिससे वरासत और नामांतरण के काम अब नहीं रुकेंगे।

UP Khatauni Varasat new rule

Khatauni Varasat Update: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने किसानों और आम जनता के लिए खतौनी और वरासत से जुड़ा बड़ा निर्णय लिया है। अब प्रदेश में अंश निर्धारण (भूमि के हिस्सों का बंटवारा) ग्रामवार नहीं, बल्कि गाटावार प्रणाली से किया जाएगा। इस बदलाव से लोगों के वरासत और नामांतरण के काम अब रुकेंगे नहीं और प्रक्रियाएं पहले से ज्यादा आसान होंगी।

राजस्व परिषद की आयुक्त एवं सचिव कंचन वर्मा ने इस नई व्यवस्था को लागू करने के लिए प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को विस्तृत दिशा-निर्देश भेज दिए हैं। उन्होंने बताया कि यह परिवर्तन जनता की सुविधा और प्रशासनिक कामकाज की तेजी को ध्यान में रखते हुए किया गया है।

पुरानी व्यवस्था में रुक जाते थे काम

पहले पूरे गांव की खतौनी में एक साथ अंश निर्धारण किया जाता था। इस कारण जब तक पूरे गांव का काम पूरा नहीं होता था, तब तक वरासत, नामांतरण या अन्य भूमि संबंधी कार्य बंद हो जाते थे। इससे किसानों और ग्रामीणों को काफी परेशानी होती थी। अब सरकार ने तय किया है कि गांव की बजाय हर गाटे (भूमि खंड) के अनुसार अंश निर्धारण किया जाएगा। इसका मतलब है कि अगर किसी एक गाटे में काम चल रहा है, तो बाकी गाटों में दूसरे कार्य सामान्य रूप से चलते रहेंगे।

अंश निर्धारण की नई प्रक्रिया ऐसे होगी शुरू

राजस्व परिषद ने बताया कि नई व्यवस्था के तहत सबसे पहले भूलेख पोर्टल पर तहसीलवार एडमिन लॉगिन कर ‘गाटावार अंश निर्धारण’ का विकल्प चुना जाएगा। इसके बाद उस गांव का चयन किया जाएगा, जहां अंश निर्धारण होना है। इसके बाद सिस्टम में उन सभी गाटों की सूची दिखाई देगी, जिनमें अभी तक अंश निर्धारण पूरा नहीं हुआ है। फिर संबंधित गाटे का चयन करके अंश निर्धारण की प्रक्रिया शुरू होगी। यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि जिस गाटे में यह प्रक्रिया की जा रही है, वहां ऐसा करना संभव हो। गाटे को लॉक करने के बाद अंश निर्धारण पूरा होते ही उसी दिन अनलॉक कर दिया जाएगा। यानी यह काम एक ही दिन में पूरा करना होगा, ताकि किसी दूसरे व्यक्ति का काम बाधित न हो।

अब तेजी से होगा बचे हुए गाटों का काम पूरा

भूलेख पोर्टल के आंकड़ों के अनुसार, प्रदेश के 1,06,666 गांवों में कुल 7.62 करोड़ गाटे हैं। इनमें से 6.56 करोड़ गाटों में अंश निर्धारण का कार्य पूरा हो चुका है, जबकि लगभग 1.06 करोड़ गाटों में यह प्रक्रिया अभी बाकी है। नई व्यवस्था के लागू होने से यह काम अब तेजी से पूरा होने की उम्मीद है।

Exit mobile version