लखनऊ के बीकेटी स्थित एसआर ग्लोबल स्कूल परिसर में हुई प्रिया राठौर की संदिग्ध मौत पर डीसीपी उत्तरी ने प्रेस वार्ता कर दी जानकारी है। उन्होंने बयान जारी करते हुए कहा कि घटनास्थल पर फोरेंसिक टीम, क्राइम ब्रांच टीम के द्वारा निरीक्षण किया गया है। इसके अलावा हॉस्टल वार्डन, उनकी सहायिका, रूम टीचर, रूम की लड़कियां सहित 30 से अधिक लोगों के बयान भी दर्ज किए गए हैं।
वहीं मृतिका के पिता, परिजन, पंचायतनामा गवाहों और जिन लड़कियों ने प्रिया के गिरने की आवाज सुनी थी, कैंपस नियुक्त गार्ड और मेस में काम करने वालों के दर्ज के भी बयान दर्ज हुए हैं। साथ ही मौत की गुत्थी को सुलझाने के लिए घटना का दो बार सीन रिक्रिएशन कराया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट की मेडिकोलीगल ओपिनियन एक्सपर्ट से भी राय ली गई है।
इसके अलावा मृतिका प्रिया राठौर ने घटना के दिन आखिरी बातचीत की किससे की थी इस बात की भी जानकारी जुटाई गई। इस बीच प्रिया राठौर के क्लास के दोस्तों और सोशल मीडिया के उन दोस्तों के बयान दर्ज किए गए हैं जिनसे चैट किए गए थे।
डीसीपी ने आगे बताया कि प्रिया राठौर का विसरा वस्त्र और उसका अन्य सामान को भी जांच के लिए विज्ञान प्रयोगशाला भेजा गया है। इसके अलावा मृतिका के रूम और अलमारी से मिली लेख/प्रदर्श कब्जे में लेकर उन्हें भी विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा गया है।
प्रिया की मौत की गुत्थी और उलझी
साथ ही मृतिका के पिता द्वारा दिया गया मोबाइल फोन का डाटा रिकवर कराने के लिए फोरेंसिक लैब भेजा गया है। लेकिन अब तक की विवेचना में ऐसा कोई भी तथ्य सामने नहीं आया है, जिससे किसी को प्रिया मौत का या हत्या का जिम्मेदार ठहराया जा सके। फिलहाल साक्ष्य संकलन और विवेचना की कार्रवाई जारी है। साक्ष्य के आधार पर घटना का निस्तारण किया जाएगा।
DCP ने दी ये जानकारी
बता दें कि जालौन निवासी जसराम राठौर की बेटी प्रिया एसआर स्कूल से आठवीं कक्षा की पढ़ाई कर रही थी। वह हॉस्टल में रहती थी। 20 जनवरी की रात साढ़े आठ बजे के करीब हॉस्टल में प्रिया का संदिग्ध हालात में शव मिला था। पुलिस ने अज्ञात पर हत्या का केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी। लेकिन अभी तक पुलिस कोई साक्ष्य नहीं जुटा सकी। वहीं स्कूल प्रबंधन ने कई बार बयान बदले। पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर भी सवाल उठे। जिसके चलते जांच की गुत्थी और उलझती चली गई।